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मंगल का मिथुन राशि में गोचर ला सकता है व्यापारिक कार्यों में उतार-चढ़ाव - Mars Transit In Gemini

गोचर में ग्रहों का राशि परिवर्तन कई संकेत देता है. मंगल ग्रह 26 अगस्त 2024 को दोपहर 3:41 पर मिथुन राशि में प्रवेश करेगा तथा 19 अक्टूबर 2024 तक इसी राशि मे रहेंगे. अग्नि कारक मंगल का मिथुन राशि में प्रवेश से व्यापारिक कार्यों में उतार चढ़ाव आ सकता है और आमजन के जीवन में आर्थिक परेशानियों में वृद्धि हो सकती है. बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ आलोक व्यास के अनुसार जन्म कुंडली में मंगल की राशि और भाव की स्थिति के अनुसार इस राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों पर उतार-चढ़ाव परिलक्षित हो सकता है.

मंगल का मिथुन राशि में गोचर
मंगल का मिथुन राशि में गोचर (फोटो ईटीवी भारत GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 26, 2024, 10:35 AM IST

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष में जातक की जन्मकुंडली में मंगल अतिमहत्वपूर्ण ग्रह है. मंगल कुंडली में जातक के साहस, ऊर्जा, गतिशीलता, जीवन शक्ति और अनुशासन में वृद्धि करता है तथा शरीर में खून, हड्डी, शारीरिक चोट या दुर्घटना द्योतक होता है. इसके अतिरिक्त मंगल भूमि, वाहन, आग्नेय अस्त्र का भी प्रतिनिधित्व करता है. कुंडली में मंगल प्रबल होने पर जातक साहसी, ऊर्जावान और अनुशासित होता है जबकि दुर्बल होने पर आलसी, ऊर्जाहीन और क्रोधी स्वभाव का होता है.

  • मेष : नव योजना का आरंभ, अल्प दूरी की यात्रा, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन या अधीनस्थ से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, शवसन संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • वृषभ: पारिवारिक जिम्मेदारी, स्थाई परिसंपत्ति निर्माण के योग, सामूहिक भोज के अवसर, वाणी अथवा नेत्र दोष देखने को मिल सकता है.
  • मिथुन: आत्म चिंतन अथवा आत्म मनन, एकांतवास, आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, मानसिक कष्ट, व्यय में कमी हो सकती है.
  • कर्क: आय की अपेक्षा व्यय में बढ़ोतरी, लंबी दूरी की यात्रा के अवसर, अस्पताल संबंधी खर्च, व्यापार में हानि के योग है.
  • सिंह: आय में वृद्धि हेतु प्रयास, सम्पर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, पैर संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.

इसे भी पढ़ें :इन राशियों से जुड़े लोग कार्यस्थल पर किसी के साथ भूलकर नहीं करें विवाद, दफ्तर में बढ़ सकती है परेशानी - 26 August Rashifal

  • कन्या: रोजगार अथवा नौकरी में पदोन्नति हेतु प्रयास, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर सजगता, घुटनों से संबंधित परेशानी देखने को मिल सकती है.
  • तुला: उच्च अध्ययन के अवसर, नव संस्कृति से संपर्क, गुरुजनों का सहयोग, धार्मिक क्रिया कलाप अथवा धार्मिक यात्रा के योग, जांघ संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.
  • वृश्चिक: मन में भय अथवा आशंका, नकारात्मक मानसिकता में वृद्धि, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, यंत्र तंत्र मंत्र की ओर झुकाव, मलद्वार या गुदा संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • धनु: जीवनसाथी अथवा मित्रों से सहयोग की अपेक्षा, नवसाझेदारी के योग, विवाह अथवा सगाई के अवसर, जल संबंधी यात्रा, जननांग संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • मकर: रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा, दैनिक क्रियाकलाप को लेकर असंतुष्टि, निकट संबंधों में परेशानी, कानूनी वाद विवाद की संभावना के योग है.
  • कुंभ: रचनात्मक मनोवृति, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, सट्टेबाजी की ओर झुकाव, प्रेम प्रसंग के अवसर, आमाशय संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • मीन: गृह स्थान में नवाचार की इच्छा, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधित चिंता, मन में बेचैनी, हृदय संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष में जातक की जन्मकुंडली में मंगल अतिमहत्वपूर्ण ग्रह है. मंगल कुंडली में जातक के साहस, ऊर्जा, गतिशीलता, जीवन शक्ति और अनुशासन में वृद्धि करता है तथा शरीर में खून, हड्डी, शारीरिक चोट या दुर्घटना द्योतक होता है. इसके अतिरिक्त मंगल भूमि, वाहन, आग्नेय अस्त्र का भी प्रतिनिधित्व करता है. कुंडली में मंगल प्रबल होने पर जातक साहसी, ऊर्जावान और अनुशासित होता है जबकि दुर्बल होने पर आलसी, ऊर्जाहीन और क्रोधी स्वभाव का होता है.

  • मेष : नव योजना का आरंभ, अल्प दूरी की यात्रा, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन या अधीनस्थ से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, शवसन संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • वृषभ: पारिवारिक जिम्मेदारी, स्थाई परिसंपत्ति निर्माण के योग, सामूहिक भोज के अवसर, वाणी अथवा नेत्र दोष देखने को मिल सकता है.
  • मिथुन: आत्म चिंतन अथवा आत्म मनन, एकांतवास, आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, मानसिक कष्ट, व्यय में कमी हो सकती है.
  • कर्क: आय की अपेक्षा व्यय में बढ़ोतरी, लंबी दूरी की यात्रा के अवसर, अस्पताल संबंधी खर्च, व्यापार में हानि के योग है.
  • सिंह: आय में वृद्धि हेतु प्रयास, सम्पर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, पैर संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.

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  • कन्या: रोजगार अथवा नौकरी में पदोन्नति हेतु प्रयास, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर सजगता, घुटनों से संबंधित परेशानी देखने को मिल सकती है.
  • तुला: उच्च अध्ययन के अवसर, नव संस्कृति से संपर्क, गुरुजनों का सहयोग, धार्मिक क्रिया कलाप अथवा धार्मिक यात्रा के योग, जांघ संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.
  • वृश्चिक: मन में भय अथवा आशंका, नकारात्मक मानसिकता में वृद्धि, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, यंत्र तंत्र मंत्र की ओर झुकाव, मलद्वार या गुदा संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • धनु: जीवनसाथी अथवा मित्रों से सहयोग की अपेक्षा, नवसाझेदारी के योग, विवाह अथवा सगाई के अवसर, जल संबंधी यात्रा, जननांग संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • मकर: रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा, दैनिक क्रियाकलाप को लेकर असंतुष्टि, निकट संबंधों में परेशानी, कानूनी वाद विवाद की संभावना के योग है.
  • कुंभ: रचनात्मक मनोवृति, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, सट्टेबाजी की ओर झुकाव, प्रेम प्रसंग के अवसर, आमाशय संबंधी परेशानी हो सकती है.
  • मीन: गृह स्थान में नवाचार की इच्छा, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधित चिंता, मन में बेचैनी, हृदय संबंधी परेशानी देखने को मिल सकती है.
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