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सूर्य का मकर राशि में प्रवेश, जानें कैसा रहेगा सभी राशियों पर इसका असर - HOROSCOPE

14 जनवरी 2025 को सूर्य प्रातः 9:04 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे तथा 12 फरवरी 2025 तक इसी राशि में रहेंगे.

सूर्य का मकर राशि में प्रवेश
सूर्य का मकर राशि में प्रवेश (सांकेतिक फोटो)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 14, 2025, 7:05 AM IST

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है. यह पूर्व दिशा, सोने व तांबे का स्वामी होता है. जन्मकुंडली में अनुकूल सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है. इसके विपरीत प्रतिकूल सूर्य जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है.

मकर राशि में प्रवेश : 14 जनवरी 2025 को सूर्य प्रातः 9:04 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे तथा 12 फरवरी 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. इस समयावधि में सूर्य उत्तराषाढ़ा, श्रवण व घनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमण करेंगे. जिसमे उत्तराषाढ़ा व घनिष्ठा नक्षत्र पर परिसंचरण अनुकूल रहेगा. चूकि मकर भूमि तत्व की राशि है अतः सूर्य का उपरोक्त गोचर कार्य ऊर्जा की निरंतरता एवं व्यापार में वृद्धि के लिये सहायक रहेगा. ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के मकर राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.

इसे भी पढ़ें: आज का राशिफल: मकर संक्राति पर मिलेगा ग्रहों का साथ, पढ़ें भविष्यफल

राशियों पर प्रभाव :-

  • मेष : कार्य क्षेत्र में अधिक ऊर्जा, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर सजगता, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद या उनसे संबंधित चिंता. मंगलवार को व्रत या हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • वृषभ: धार्मिक क्रियाकलाप अथवा धार्मिक अनुष्ठान के अवसर, गुरुजनों का आशीर्वाद, कार्य में भाग्य का सहयोग, नवसंस्कृति से संपर्क. शुक्रवार को व्रत अथवा देवी उपासना से लाभ होगा.
  • मिथुन: भूमिगत वस्तुओं से लाभ, यंत्र तंत्र मंत्र की ओर झुकाव, नकारात्मक मानसिकता, मन में भय अथवा आशंका. बुधवार का व्रत अथवा गणेश उपासना से लाभ होगा.
  • कर्क: विवाह अथवा सगाई के अवसर, नवसाझेदारी की ओर रुझान, पत्नी अथवा मित्रों से सहयोग की अपेक्षा या उनसे संबंधित चिंता, आमोद प्रमोद में समय. सोमवार का व्रत अथवा शिव उपासना से लाभ होगा.
  • सिंह: दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन, रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा, तर्क वितर्क में बढ़ोतरी, कानूनी कार्यों में ऊर्जा. रविवार का व्रत अथवा सूर्य उपासना से लाभ होगा.
  • कन्या: रचनात्मक मनोवृति, सट्टेबाजी की ओर रुझान, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, शेयर मार्केट से लाभ. बुधवार का व्रत अथवा गणेश उपासना से लाभ होगा.
  • तुला: गृहस्थान पर नवाचार, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधित चिंता, मन में बेचैनी. शुक्रवार का व्रत अथवा देवी उपासना से लाभ होगा होगा.
  • वृश्चिक: अल्प दूरी की यात्रा, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, आत्मबल में कमी. मंगलवार का व्रत अथवा हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • धनु: पारिवारिक कार्यों की अधिकता, स्थायी परिसंपत्ति निर्माण के अवसर, नेत्र अथवा वाणी दोष, सुरुचि भोज के अवसर. गुरुवार का व्रत अथवा विष्णु उपासना से लाभ होगा.
  • मकर: आत्मछवि से असंतोष, आत्म चिंतन अथवा आत्म मनन, एकांतवास में समय, स्वाध्याय के अवसर बनेंगे. शनिवार का व्रत अथवा शनि उपासना से लाभ होगा.
  • कुंभ: व्यय की अधिकता अथवा व्यापार में हानि योग, सुदूर प्रांत की यात्रा अथवा विदेश से लाभ,अस्पताल संबंधी कार्यो की अधिकता देखने को मिलेगी. शनिवार का व्रत अथवा हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • मीन: आय में बढ़ोतरी हेतु प्रयास, आर्थिक प्रतिकूलता, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, संपर्क सूत्रों में वृद्धि के अवसर. गुरुवार का व्रत अथवा विष्णु उपासना से लाभ होगा.

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है जो कि जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व या प्रशानिक क्षमता व यश कारक होता है. यह पूर्व दिशा, सोने व तांबे का स्वामी होता है. जन्मकुंडली में अनुकूल सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, मान सम्मान में वृद्धि करता है. इसके विपरीत प्रतिकूल सूर्य जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, आत्म केंद्रित आदि बनाता है.

मकर राशि में प्रवेश : 14 जनवरी 2025 को सूर्य प्रातः 9:04 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे तथा 12 फरवरी 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. इस समयावधि में सूर्य उत्तराषाढ़ा, श्रवण व घनिष्ठा नक्षत्र पर भ्रमण करेंगे. जिसमे उत्तराषाढ़ा व घनिष्ठा नक्षत्र पर परिसंचरण अनुकूल रहेगा. चूकि मकर भूमि तत्व की राशि है अतः सूर्य का उपरोक्त गोचर कार्य ऊर्जा की निरंतरता एवं व्यापार में वृद्धि के लिये सहायक रहेगा. ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के मकर राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.

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राशियों पर प्रभाव :-

  • मेष : कार्य क्षेत्र में अधिक ऊर्जा, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर सजगता, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद या उनसे संबंधित चिंता. मंगलवार को व्रत या हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • वृषभ: धार्मिक क्रियाकलाप अथवा धार्मिक अनुष्ठान के अवसर, गुरुजनों का आशीर्वाद, कार्य में भाग्य का सहयोग, नवसंस्कृति से संपर्क. शुक्रवार को व्रत अथवा देवी उपासना से लाभ होगा.
  • मिथुन: भूमिगत वस्तुओं से लाभ, यंत्र तंत्र मंत्र की ओर झुकाव, नकारात्मक मानसिकता, मन में भय अथवा आशंका. बुधवार का व्रत अथवा गणेश उपासना से लाभ होगा.
  • कर्क: विवाह अथवा सगाई के अवसर, नवसाझेदारी की ओर रुझान, पत्नी अथवा मित्रों से सहयोग की अपेक्षा या उनसे संबंधित चिंता, आमोद प्रमोद में समय. सोमवार का व्रत अथवा शिव उपासना से लाभ होगा.
  • सिंह: दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन, रोग ऋण अथवा शत्रु बाधा, तर्क वितर्क में बढ़ोतरी, कानूनी कार्यों में ऊर्जा. रविवार का व्रत अथवा सूर्य उपासना से लाभ होगा.
  • कन्या: रचनात्मक मनोवृति, सट्टेबाजी की ओर रुझान, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, शेयर मार्केट से लाभ. बुधवार का व्रत अथवा गणेश उपासना से लाभ होगा.
  • तुला: गृहस्थान पर नवाचार, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, माता संबंधित चिंता, मन में बेचैनी. शुक्रवार का व्रत अथवा देवी उपासना से लाभ होगा होगा.
  • वृश्चिक: अल्प दूरी की यात्रा, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन अथवा अधीनस्थ से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, आत्मबल में कमी. मंगलवार का व्रत अथवा हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • धनु: पारिवारिक कार्यों की अधिकता, स्थायी परिसंपत्ति निर्माण के अवसर, नेत्र अथवा वाणी दोष, सुरुचि भोज के अवसर. गुरुवार का व्रत अथवा विष्णु उपासना से लाभ होगा.
  • मकर: आत्मछवि से असंतोष, आत्म चिंतन अथवा आत्म मनन, एकांतवास में समय, स्वाध्याय के अवसर बनेंगे. शनिवार का व्रत अथवा शनि उपासना से लाभ होगा.
  • कुंभ: व्यय की अधिकता अथवा व्यापार में हानि योग, सुदूर प्रांत की यात्रा अथवा विदेश से लाभ,अस्पताल संबंधी कार्यो की अधिकता देखने को मिलेगी. शनिवार का व्रत अथवा हनुमान उपासना से लाभ होगा.
  • मीन: आय में बढ़ोतरी हेतु प्रयास, आर्थिक प्रतिकूलता, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, संपर्क सूत्रों में वृद्धि के अवसर. गुरुवार का व्रत अथवा विष्णु उपासना से लाभ होगा.
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