ETV Bharat / state

मेट्रो के फेज 4 के लिए 6 कोच वाला पहला ट्रेन सेट पहुंचा दिल्ली, जानिए इसके फीचर्स - DELHI METRO PHASE IV OPERATIONS

-सर्टिफिकेशन के लिए कई टेस्ट्स से होकर गुजरेगा. -डीएमआरसी को कुल 312 मेट्रो कोच होंगे प्राप्त.

फेज-IV ऑपरेशंस के लिए पहला ट्रेन सेट पहुंचा दिल्ली
फेज-IV ऑपरेशंस के लिए पहला ट्रेन सेट पहुंचा दिल्ली (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 15, 2024, 7:35 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के फेज-IV के संचालन कार्यों के लिए खरीदी गई छह कोच वाला पहली मेट्रो ट्रेन सेट शुक्रवार को दिल्ली पहुंचा. इस ट्रेन सेट का उदघाटन इसी वर्ष 23 सितंबर को डीएमआरसी और एल्सटॉम के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चेन्नई के समीप श्रीसिटी में रोलिंग स्टॉक निर्माता एल्सटॉम के परिसर में पहले ट्रेनसेट के सभी 6 डिब्बों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद किया गया था. ट्रेन को दिल्ली मेट्रो के मुकुंदपुर डिपो में रखा गया है, जहां इसे नियमों और प्रोटोकॉल के तहत राजस्व सेवा के सर्टिफिकेशन के लिए कई टेस्ट्स से गुजरना होगा.

RS-17 संविदा के तहत डीएमआरसी को अपने फेज-IV के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर, यानी मजलिस पार्क से मौजपुर, जनकपुरी पश्चिम से आरके. आश्रम मार्ग और तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी के लिए कुल 312 मेट्रो कोच (52 ट्रेनें) प्राप्त होंगे. आने वाले दिनों में सभी ट्रेनें चरणबद्ध तरीके से दिल्ली पहुंचेंगी. 312 कोचों में से 234 कोच लाइन-7 (पिंक लाइन) और लाइन-8 (मैजेंटा लाइन) के विस्तारित खंडों, यानी मजलिस पार्क से मौजपुर और जनकपुरी पश्चिम से आर. के. आश्रम मार्ग के लिए आवंटित किए गए हैं. शेष 78 कोच तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी कॉरिडोर के लिए होंगे.

अनुज दयाल, एग्जिक्यूटिव प्रिंसिपल डायरेक्टर, डीएमआरसी (ETV Bharat)

मेक इन इंडिया पहल को मिलेगा बढ़ावा: ये सभी ट्रेनें चालक रहित परिचालन (ड्राइवरलेस ऑपरेशन) के लिए अनुकूल होंगी, जो दिल्ली मेट्रो के अपने यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान करने के प्रयासों के अनुरूप हैं. साथ ही यह भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देंगी. भारत में बनी इन ट्रेनों को 95 किलोमीटर प्रति घंटे की सुरक्षित गति और 85 किलोमीटर प्रति घंटे की ऑपरेशनल स्पीड के लिए डिजाइन किया गया है.

86 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण: मैजेंटा लाइन के जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग एक्सटेंशन के लिए 144 नए कोच (24 ट्रेनें) और पिंक लाइन के मुकुंदपुर-मौजपुर एक्सटेंशन के लिए 90 नए कोच (15 ट्रेनें) मिलेंगे. वहीं एरोसिटी से तुगलकाबाद तक के लिए नए गोल्ड लाइन कॉरिडोर में 78 नए कोच (13 ट्रेनें) उपलब्ध कराए जाएंगे. दिल्ली मेट्रो के फेज-IV के विस्तार के भाग के रूप में, डीएमआरसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पांच अलग-अलग कॉरिडोर में 86 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण कर रही है, जबकि तीन कॉरिडोर-जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग, मजलिस पार्क-मौजपुर और एरोसिटी-तुगलकाबाद निर्माणाधीन हैं. अन्य दो नए कॉरिडोर, लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक और इंद्रप्रस्थ-इंद्रलोक प्री-टेंडरिंग चरण में हैं.

पहली बार 2020 में ड्राइवरलेस ऑपरेशन की शुरुआत: दिल्ली मेट्रो वर्तमान में 288 मेट्रो स्टेशनों (नोएडा-ग्रेटर, नोएडा कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम सहित) के साथ 392.4 किलोमीटर नेटवर्क का संचालन कर रही है. इसमें ब्रॉड गेज और स्टैंडर्ड गेज ट्रैक दोनों पर चार, छह और आठ कोच के कॉम्बिनेशन वाली लगभग 350 मेट्रो ट्रेनें हैं. दिल्ली मेट्रो ट्रेनें, दुनियाभर में सबसे उन्नत मेट्रो ट्रेनों में से हैं जो बड़े पैमाने पर शहरी परिवहन क्षेत्र में सेवारत हैं. भारत में पहली बार दिसंबर, 2020 में दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ऑपरेशन की शुरुआत हुई थी. इसके बाद, नवंबर 2021 में पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस सेवा का विस्तार किया गया.

यह भी पढ़ें- अब दिल्ली मेट्रो की ऐप से डायरेक्ट बुक कर सकेंगे 'बाइक टैक्सी', DMRC ने लॉन्च किया 'शीराइड्स' और 'राइडर'

यह भी पढ़ें- दिल्ली के सरायकाले खां चौक का बदला नाम, अब कहलाएगा बिरसा मुंडा चौक

नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो के फेज-IV के संचालन कार्यों के लिए खरीदी गई छह कोच वाला पहली मेट्रो ट्रेन सेट शुक्रवार को दिल्ली पहुंचा. इस ट्रेन सेट का उदघाटन इसी वर्ष 23 सितंबर को डीएमआरसी और एल्सटॉम के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में चेन्नई के समीप श्रीसिटी में रोलिंग स्टॉक निर्माता एल्सटॉम के परिसर में पहले ट्रेनसेट के सभी 6 डिब्बों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद किया गया था. ट्रेन को दिल्ली मेट्रो के मुकुंदपुर डिपो में रखा गया है, जहां इसे नियमों और प्रोटोकॉल के तहत राजस्व सेवा के सर्टिफिकेशन के लिए कई टेस्ट्स से गुजरना होगा.

RS-17 संविदा के तहत डीएमआरसी को अपने फेज-IV के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर, यानी मजलिस पार्क से मौजपुर, जनकपुरी पश्चिम से आरके. आश्रम मार्ग और तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी के लिए कुल 312 मेट्रो कोच (52 ट्रेनें) प्राप्त होंगे. आने वाले दिनों में सभी ट्रेनें चरणबद्ध तरीके से दिल्ली पहुंचेंगी. 312 कोचों में से 234 कोच लाइन-7 (पिंक लाइन) और लाइन-8 (मैजेंटा लाइन) के विस्तारित खंडों, यानी मजलिस पार्क से मौजपुर और जनकपुरी पश्चिम से आर. के. आश्रम मार्ग के लिए आवंटित किए गए हैं. शेष 78 कोच तुगलकाबाद से दिल्ली एरोसिटी कॉरिडोर के लिए होंगे.

अनुज दयाल, एग्जिक्यूटिव प्रिंसिपल डायरेक्टर, डीएमआरसी (ETV Bharat)

मेक इन इंडिया पहल को मिलेगा बढ़ावा: ये सभी ट्रेनें चालक रहित परिचालन (ड्राइवरलेस ऑपरेशन) के लिए अनुकूल होंगी, जो दिल्ली मेट्रो के अपने यात्रियों को विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान करने के प्रयासों के अनुरूप हैं. साथ ही यह भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देंगी. भारत में बनी इन ट्रेनों को 95 किलोमीटर प्रति घंटे की सुरक्षित गति और 85 किलोमीटर प्रति घंटे की ऑपरेशनल स्पीड के लिए डिजाइन किया गया है.

86 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण: मैजेंटा लाइन के जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग एक्सटेंशन के लिए 144 नए कोच (24 ट्रेनें) और पिंक लाइन के मुकुंदपुर-मौजपुर एक्सटेंशन के लिए 90 नए कोच (15 ट्रेनें) मिलेंगे. वहीं एरोसिटी से तुगलकाबाद तक के लिए नए गोल्ड लाइन कॉरिडोर में 78 नए कोच (13 ट्रेनें) उपलब्ध कराए जाएंगे. दिल्ली मेट्रो के फेज-IV के विस्तार के भाग के रूप में, डीएमआरसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पांच अलग-अलग कॉरिडोर में 86 किलोमीटर नई लाइनों का निर्माण कर रही है, जबकि तीन कॉरिडोर-जनकपुरी पश्चिम-आर.के. आश्रम मार्ग, मजलिस पार्क-मौजपुर और एरोसिटी-तुगलकाबाद निर्माणाधीन हैं. अन्य दो नए कॉरिडोर, लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक और इंद्रप्रस्थ-इंद्रलोक प्री-टेंडरिंग चरण में हैं.

पहली बार 2020 में ड्राइवरलेस ऑपरेशन की शुरुआत: दिल्ली मेट्रो वर्तमान में 288 मेट्रो स्टेशनों (नोएडा-ग्रेटर, नोएडा कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो, गुरुग्राम सहित) के साथ 392.4 किलोमीटर नेटवर्क का संचालन कर रही है. इसमें ब्रॉड गेज और स्टैंडर्ड गेज ट्रैक दोनों पर चार, छह और आठ कोच के कॉम्बिनेशन वाली लगभग 350 मेट्रो ट्रेनें हैं. दिल्ली मेट्रो ट्रेनें, दुनियाभर में सबसे उन्नत मेट्रो ट्रेनों में से हैं जो बड़े पैमाने पर शहरी परिवहन क्षेत्र में सेवारत हैं. भारत में पहली बार दिसंबर, 2020 में दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की मैजेंटा लाइन पर ड्राइवरलेस ऑपरेशन की शुरुआत हुई थी. इसके बाद, नवंबर 2021 में पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस सेवा का विस्तार किया गया.

यह भी पढ़ें- अब दिल्ली मेट्रो की ऐप से डायरेक्ट बुक कर सकेंगे 'बाइक टैक्सी', DMRC ने लॉन्च किया 'शीराइड्स' और 'राइडर'

यह भी पढ़ें- दिल्ली के सरायकाले खां चौक का बदला नाम, अब कहलाएगा बिरसा मुंडा चौक

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.