ETV Bharat / state

उत्तराखंड में छठ की धूम, गंगा घाटों पर भक्तिमय हुआ माहौल, व्रतियों ने डूबते सूर्य को दिया अर्घ्य

हरिद्वार के गंगा घाटों पर छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया है. इस दौरान घाटों का नजारा बेहर खूबसूरत नजर आया.

CHHATH PUJA IN UTTARAKHAND
व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य (photo- ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 3 hours ago

Updated : 2 hours ago

हरिद्वार/ विकासनगर/ऋषिकेश : बिहार और पूर्वांचल के सबसे महत्वपूर्ण लोकपर्व छठ का आज तीसरा दिन है. यह सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, क्योंकि आज के दिन महिलाएं डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और डूबते हुए को अर्घ्य देकर उन्हें फल-फूल समर्पित करती हैं. इसी क्रम में हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर छठ व्रत करने वाली महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली. ऐसा लग रहा था कि यह उत्तराखंड नहीं है, बल्कि बिहार और पूर्वांचल है.

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गंगा घाटों पर लगी भीड़: अस्तांचल सूर्य को अर्य्घ देने के लिए बिहार और पूर्वांचल के लोग दोपहर से ही हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर एकत्र हुए और विधि-विधान के साथ सूर्य देव को अर्घ्य दिया और सूर्य देव से परिवार के कल्याण समेत अन्य मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की. मान्यता है कि जो भी सूर्य भगवान की आराधना सच्चे मन से करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और वो धन-धान्य से पूर्ण हो जाता है.

नहाय खाय से शुरू होता है छठ महापर्व: छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय कहलाता है. दूसरा दिन खरना कहलाता है. तीसरे दिन संध्याकालीन अर्ध्य दिया जाता है और चौथे दिन प्रातःकालीन अर्ध्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन होता है. प्रातःकालीन अर्ध्य के बाद छठ व्रती घर आकर छठ पूजन सामग्री का घर में पूजा कर पारण करती हैं.

CHHATH PUJA IN UTTARAKHAND
विकासनगर में छठ पर्व की धूम (VIDEO-ETV Bharat)

सूर्य की आराधना से सभी गृह होते हैं अनुकूल : छठ पूजा का व्रत चतुर्थी को शुरू होकर सप्तमी को संपन्न होता है. इस दौरान सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं. माना जाता है कि सूर्य भगवान की आराधना करने से सभी गृह अनुकूल हो जाते हैं. यह व्रत शादीशुदा महिलाओं के लिए ही होता है. इस व्रत को करने से नाग कन्या, सुकन्या और द्रोपदी को सुख की प्राप्ति हुई थी. साथ ही इस वृत को करने से संतान की भी प्राप्ति होती है.

विकासनगर में छठ पर्व की धूम: विकासनगर में गैंग देव बावड़ी मंदिर के पास स्थित कुंड में छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. इसी बीच भारती मीना देवी ने बताया कि हम व्रत इसलिए करते हैं कि जो हमें दिक्कत परेशानी होती है, उसे छठी मैया दूर करती हैं.

ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सूर्य को दिया अर्घ्य: ऋषिकेश में सार्वजनिक छठ पूजन समिति की ओर से सार्वजनिक छठ महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर देश और प्रदेश की उन्नति, सुख- समृद्धि की कामना की. इसक अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने शिरकत की.

CHHATH PUJA IN UTTARAKHAND
ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सूर्य को दिया अर्घ्य (VIDEO-ETV Bharat)

ये भी पढ़ें-

हरिद्वार/ विकासनगर/ऋषिकेश : बिहार और पूर्वांचल के सबसे महत्वपूर्ण लोकपर्व छठ का आज तीसरा दिन है. यह सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है, क्योंकि आज के दिन महिलाएं डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पूरे दिन व्रत रखती हैं और डूबते हुए को अर्घ्य देकर उन्हें फल-फूल समर्पित करती हैं. इसी क्रम में हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर छठ व्रत करने वाली महिलाओं की भारी भीड़ देखने को मिली. ऐसा लग रहा था कि यह उत्तराखंड नहीं है, बल्कि बिहार और पूर्वांचल है.

डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गंगा घाटों पर लगी भीड़: अस्तांचल सूर्य को अर्य्घ देने के लिए बिहार और पूर्वांचल के लोग दोपहर से ही हरकी पैड़ी समेत विभिन्न गंगा घाटों पर एकत्र हुए और विधि-विधान के साथ सूर्य देव को अर्घ्य दिया और सूर्य देव से परिवार के कल्याण समेत अन्य मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की. मान्यता है कि जो भी सूर्य भगवान की आराधना सच्चे मन से करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और वो धन-धान्य से पूर्ण हो जाता है.

नहाय खाय से शुरू होता है छठ महापर्व: छठ पूजा का पहला दिन नहाय खाय कहलाता है. दूसरा दिन खरना कहलाता है. तीसरे दिन संध्याकालीन अर्ध्य दिया जाता है और चौथे दिन प्रातःकालीन अर्ध्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन होता है. प्रातःकालीन अर्ध्य के बाद छठ व्रती घर आकर छठ पूजन सामग्री का घर में पूजा कर पारण करती हैं.

CHHATH PUJA IN UTTARAKHAND
विकासनगर में छठ पर्व की धूम (VIDEO-ETV Bharat)

सूर्य की आराधना से सभी गृह होते हैं अनुकूल : छठ पूजा का व्रत चतुर्थी को शुरू होकर सप्तमी को संपन्न होता है. इस दौरान सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं. माना जाता है कि सूर्य भगवान की आराधना करने से सभी गृह अनुकूल हो जाते हैं. यह व्रत शादीशुदा महिलाओं के लिए ही होता है. इस व्रत को करने से नाग कन्या, सुकन्या और द्रोपदी को सुख की प्राप्ति हुई थी. साथ ही इस वृत को करने से संतान की भी प्राप्ति होती है.

विकासनगर में छठ पर्व की धूम: विकासनगर में गैंग देव बावड़ी मंदिर के पास स्थित कुंड में छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. इसी बीच भारती मीना देवी ने बताया कि हम व्रत इसलिए करते हैं कि जो हमें दिक्कत परेशानी होती है, उसे छठी मैया दूर करती हैं.

ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सूर्य को दिया अर्घ्य: ऋषिकेश में सार्वजनिक छठ पूजन समिति की ओर से सार्वजनिक छठ महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर देश और प्रदेश की उन्नति, सुख- समृद्धि की कामना की. इसक अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री डॉ. प्रेमचंद अग्रवाल ने शिरकत की.

CHHATH PUJA IN UTTARAKHAND
ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सूर्य को दिया अर्घ्य (VIDEO-ETV Bharat)

ये भी पढ़ें-

Last Updated : 2 hours ago
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.