कोटा: पार्वती कालीसिंध इंटरलिंक-ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी-ईआरसीपी) के पहले और कालीसिंध नदी पर बने नोनेरा बांध के गेटों की टेस्टिंग का काम पूरा हो गया. इसके बाद इसके स्टोरेज पानी को कालीसिंध नदी में प्रवाहित किया गया है. जिसको लेकर नोनेरा बैराज के 17 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है.
इसके चलते कालीसिंध नदी के आसपास के गांवों से लेकर धौलपुर तक अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि कालीसिंध नदी आगे जाकर चंबल में मिल जाती है. इस भारी पानी की निकासी से चंबल नदी भी उफान पर आ जाएगी. पानी छोड़ने के पहले सायरन के जरिए अलर्ट किया गया था. एक्सईएन यादव का कहना है कि पानी की भारी निकासी करने के पहले तहसीलदार और डीएसपी को भी इस संबंध में सूचना दी गई थी.
गुरुवार सुबह तक खाली होने की उम्मीद : टेस्टिंग के दौरान बैराज को पूरा भरा गया था, ऐसे में इसकी क्षमता 217 मीटर तक पानी इसमें था. तब 226 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) पानी इसमें स्टोर किया गया. इसके बाद आज जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल यादव का कहना है कि दोपहर 3 बजे से पानी की पूरी निकासी बैराज से शुरू की गई है. नोनेरा बैराज में इनफ्लो करीब डेढ़ लाख क्यूसेक के आसपास है. इसके चलते शाम 7:30 बजे के आसपास बैराज का वाटर लेवल 211 मीटर पर पहुंचा है. जिस तरह पानी की निकासी की जा रही है, उसे देखते हुए अनुमानित गुरुवार सुबह तक ही बांध में पानी कम हो जाएगा.
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फिलहाल स्टोरेज के लिए नहीं भरा जाएगा डैम : एक्सईएन यादव का कहना है कि फिलहाल केवल टेस्टिंग के लिए ही इसमें पानी भरा था, अभी इसको स्टोरेज के लिए नहीं भरा जाएगा. ऐसे में वाटर लेवल 203 से 204 मीटर के बीच मेंटेन होगा. स्टेट हाईवे कोटा से श्योपुर के बीच बड़ोद की पुलिया पर पानी भी टेस्टिंग की वजह से आया था. बैराज के पानी को खाली करने के बाद पुलिया से भी पानी उतर जाएगा, जिसके बाद गुरुवार को रास्ता भी चालू होने की उम्मीद है.