अंबिकापुर: मियाजाकी आम, सीताफल, चीकू, केला, अनार, जाम, पपीता, बैंगन, कई अलग अलग तरह की मिर्ची, कुमड़ा, पुदीना, धनिया मेथी, टमाटर के साथ ही कपूर, रबड़, कृष्ण कमल ये सब हम अपने घर की छत पर लगा सकते हैं. अंबिकापुर के बायोटेक साइंटिस्ट डॉक्टर प्रशांत शर्मा ने अपने घर की छत पर ये सब रेयर प्लांट्स उगाया है.
टेरेस गार्डन में कपूर लेकर देसी विदेशी फल और सब्जियां: बायोटेक साइंटिस्ट डॉक्टर प्रशांत शर्मा उधानिकी विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. उनके पास उद्यानिकी का अच्छा अनुभव है. अपने इसी अनुभव का इस्तेमाल उन्होंने अपने टेरेस पर किया, और अपनी छत को दुर्लभ पेड़ पौधों का गार्डन बना दिया.
टेरेस पर 100 प्रकार के दुर्लभ पेड़: प्रशांत शर्मा के टेरेस गार्डन में 100 प्रकार के दुर्लभ पेड़ पौधे लगे हैं. इलाहाबादी आम, श्रीलंका वेरायटी का अनार, जकार्ता का सीताफल, लौंग, इलायची, खीरा, स्ट्रॉबरी, मिरेकल फ्रूट, ब्लू बेरी, पपीता की 3 वेरायटी के साथ ही कई तरह की सब्जियां और फल के पेड़ पौधे लगाए हैं.
छत की जगह के अनुसार करें पेड़ पौधों का चयन: प्रशांत बताते हैं कि "टेरेस गार्डन के लिए घर की छत की जगह के अनुसार पौधो का चयन करना चाहिये. यानी यदि छत बड़ी है तो बड़े पेड़ों को लगाया जा सकता है लेकिन यदि छत छोटी है तो दैनिक जरूरत की सब्जियां जैसे टमाटर, बैंगन, भिंडी, धनिया, मेथी, पुदीना, अलग अलग तरह की हरी सब्जियां, मिर्च लगाई जा सकती है."
कैसी हो मिट्टी और पोषक तत्व: डॉक्टर प्रशांत शर्मा बताते हैं कि "टेरेस गार्डन से अच्छे उत्पादन के लिए पहले मिट्टी का तैयार करना बहुत जरूरी हैं. मिट्टी में कई प्रकार के पोषक तत्व मिले होना चाहिए. मिट्टी में 20 प्रतिशत रेत, वर्मी कंपोस्ट, कोको पिट का इस्तेमाल किया जा सकता है. तब ये तैयार हो जाये तो ग्रो बैग या पुराने ड्रम या बाल्टी का उपयोग कर उसमें साइज के हिसाब से बड़े पेड़ या छोटे पौधे लगाए जाना चाहिए. "
मिट्टी में वर्मी कंपोस्ट जरूर मिलाएं. ऑरेगेनिक सप्लीमेंट से पेड़ पौधो ना सिर्फ स्वस्थ रहेंगे बल्कि अच्छा उत्पादन भी मिलेगा -डॉ. प्रशांत शर्मा, उधानिकी विशेषज्ञ / साइंटिस्ट बायोटेक
ऑरेगेनिक सप्लीमेंट से पौधे रहेंगे स्वस्थ: डॉ शर्मा कहते हैं "जब पौधे तैयार हो जाये तब पौधों को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें ऑर्गेनिक सप्लीमेंट देने से अच्छा उत्पादन मिलेगा. इसके लिए सरसों की खली, नीम की खली, वर्मी कंपोस्ट का यूज कर सकते हैं. पेड़ पौधों को कीड़ों से बचाने के लिए नीम के पत्ती से बने कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं. अमरूद की पत्ती का भी घोल बनाकर उसका छिड़काव पौधों में किया जा सकता है. इससे पेड़ पौधों को ऑर्गेनिक सप्लीमेंट से बेहतर ढंग से स्वस्थ रखा जा सकता है. "
अंतरराष्ट्रीय प्लांट हेल्थ डे मनाने का उद्देश्य: हर साल 12 मई को प्लांट हेल्थ डे मनाया जाता है. ये दिन पेड़ पौधों की सेहत के लिए लोगों को जागरूकता लाने का दिन है. अपने घर में लगे पेड़ पौधों को स्वस्थ रखकर आप भी प्लांट हेल्थ डे मना सकते हैं और लोगों को इसके लिए प्रेरित भी कर सकते हैं.