बलरामपुर: पिपरादादर में 10 दिवसीय गणेश भैरव महायज्ञ की शुरुआत हो गई है. कलश यात्रा के दौरान देश विदेश से आए नागा साधु संत ने इस आयोजन में हिस्सा लिया. साधु संतों ने इस दौरान पारंपरिक तरीके से गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली. इसमें हजारों की तादाद में महिलाएं शामिल हुई.
स्थानीय लोगों में खासा उत्साह: इस कलश यात्रा के दौरान स्थानीय महिलाएं भी भगवान के भजन के धुन पर थिरकती नजर आईं. ये भव्य कलश यात्रा यज्ञ स्थल से निकाली गई, जो कन्हर नदी के तट पर पहुंची. यहां से वैदिक मंत्रोच्चारण कर जल भरा गया. फिर पूरे क्षेत्र का भ्रमण करने के बाद ये यात्रा वापस यज्ञ स्थल पहुंची. इस दौरान क्षेत्रवासी सैला और करमा नृत्य की धुन पर नाचते नजर आए. इस 10 दिवसीय यज्ञ को लेकर स्थानीय लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद: यहां 10 दिनों में हर दिन पूजा-अर्चना, हवन, आरती, शिवजी के अभिषेक के साथ रामकथा का वाचन किया जाएगा. इसकी तैयारियां लगभग की जा चुकी है. महायज्ञ के आयोजन से पूरे क्षेत्र का माहौल भक्तिमय हो चुका है. इस महायज्ञ में लाखों लोगों के जुटने की संभावना है.
बता दें कि बलरामपुर के विजयनगर स्थित पिपरादादर में 12 फरवरी से श्री गणेश भैरव महायज्ञ का महा आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए व्यापक स्तर की तैयारियां की गई है. ये तैयारी खाखी बाबा सियाराम दास ने की है. 21 फरवरी तक चलने वाले इस महायज्ञ में हर दिन भंडारे का आयोजन किया जाएगा. बलरामपुर के पूरे जिले से लोग इस यज्ञ का हिस्सा बनने के लिए पहुंच रहे हैं.