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लातेहार में वज्रपात से 10 मवेशियों की मौत, किसानों ने लगाई मदद की गुहार - ten cattle died due to lightning

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 22, 2024, 8:08 PM IST

Ten Cattle Death. गुरुवार को वज्रपात की चपेट में आने से दस मवेशियों की मौत हो गई. हालांकि मरने वाले मवेशियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. जबकि कुछ मवेशी घायल हो गए. इधर, मनिका सीओ ने कहा कि सरकारी प्रावधान के तहत जो भी सहायता राशि दी जा सकती है, उसे शीघ्र उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा.

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मनिका थाना (ETV BHARAT)

लातेहार: लातेहार जिले के मनिका प्रखंड अंतर्गत डोकी गांव में गुरुवार को वज्रपात की चपेट में आने से कम से कम 10 मवेशियों की मौत हो गई. मरने वाले मवेशियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. एक साथ इतने मवेशियों की मौत से किसानों पर दुखा का पहाड़ टूट पड़ा है.

दरअसल, डोकी गांव निवासी जमुना सिंह, धीरेंद्र सिंह, राजू ठाकुर, सुरेश ठाकुर आदि किसानों के मवेशी गांव के पास ही चर रहे थे. इसी बीच अचानक तेज बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए मवेशी एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे. इसी दौरान वज्रपात हो गया, वज्रपात इतना भीषण था कि दस मवेशियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि कुछ मवेशी घायल हो गए. जिससे आशंका जताई जा रही है कि मृतक मवेशियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद जब ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां सभी मवेशियों को जमीन पर मृत पड़ा हुआ पाया. किसानों के द्वारा घटना की जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी दे दी गई.

मवेशियों की मौत से किसान हताश

खेती के मौसम में मवेशियों की मौत से किसान हताश दिख रहे हैं. जमुना सिंह ने बताया कि अभी खेती का मौसम चल रहा है. मवेशियों के सहारे ही वे लोग खेती करते हैं. परंतु एक साथ इतने मवेशियों की मौत होने से किसानों को भारी क्षति हुई है. वहीं, अन्य किसानों ने मांग की है कि सरकारी प्रावधान के तहत उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जाए. वहीं, इस संबंध में मनिका सीओ संतोष कुमार शुक्ल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी को घटनास्थल पर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रावधान के तहत जो भी सहायता राशि दी जा सकती है, वह शीघ्र ही पशुपालकों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा.

आपदा प्रबंधन के तहत किसानों को मिलता है मुआवजा

वज्रपात अथवा अन्य आपदा के कारण यदि मवेशियों की मौत हो जाती है तो किसानों को मुआवजा दिए जाने का सरकारी प्रावधान है. इस संबंध में पूछने पर लातेहार अपर समाहर्ता रामा रविदास ने बताया कि जिन पशुपालकों के मवेशियों की मौत वज्रपात से हुई है, वह इसकी रिपोर्ट पशुपालन विभाग को करें. पशु के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ अंचल से रिपोर्ट आने के बाद प्रावधान के तहत पशुपालक को मुआवजा उपलब्ध कराई जाती है.

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ये भी पढें: इंदिरा गांधी बालिका विद्यालय के छात्रों को परोसा जा रहा अशुद्ध भोजन, सफाई का भी अभाव

लातेहार: लातेहार जिले के मनिका प्रखंड अंतर्गत डोकी गांव में गुरुवार को वज्रपात की चपेट में आने से कम से कम 10 मवेशियों की मौत हो गई. मरने वाले मवेशियों की संख्या अभी और बढ़ सकती है. एक साथ इतने मवेशियों की मौत से किसानों पर दुखा का पहाड़ टूट पड़ा है.

दरअसल, डोकी गांव निवासी जमुना सिंह, धीरेंद्र सिंह, राजू ठाकुर, सुरेश ठाकुर आदि किसानों के मवेशी गांव के पास ही चर रहे थे. इसी बीच अचानक तेज बारिश होने लगी. बारिश से बचने के लिए मवेशी एक पेड़ के नीचे खड़े हो गए थे. इसी दौरान वज्रपात हो गया, वज्रपात इतना भीषण था कि दस मवेशियों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि कुछ मवेशी घायल हो गए. जिससे आशंका जताई जा रही है कि मृतक मवेशियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद जब ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां सभी मवेशियों को जमीन पर मृत पड़ा हुआ पाया. किसानों के द्वारा घटना की जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी दे दी गई.

मवेशियों की मौत से किसान हताश

खेती के मौसम में मवेशियों की मौत से किसान हताश दिख रहे हैं. जमुना सिंह ने बताया कि अभी खेती का मौसम चल रहा है. मवेशियों के सहारे ही वे लोग खेती करते हैं. परंतु एक साथ इतने मवेशियों की मौत होने से किसानों को भारी क्षति हुई है. वहीं, अन्य किसानों ने मांग की है कि सरकारी प्रावधान के तहत उन्हें सहायता उपलब्ध कराई जाए. वहीं, इस संबंध में मनिका सीओ संतोष कुमार शुक्ल ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रखंड पशुपालन पदाधिकारी को घटनास्थल पर भेजा गया है. उन्होंने कहा कि सरकारी प्रावधान के तहत जो भी सहायता राशि दी जा सकती है, वह शीघ्र ही पशुपालकों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा.

आपदा प्रबंधन के तहत किसानों को मिलता है मुआवजा

वज्रपात अथवा अन्य आपदा के कारण यदि मवेशियों की मौत हो जाती है तो किसानों को मुआवजा दिए जाने का सरकारी प्रावधान है. इस संबंध में पूछने पर लातेहार अपर समाहर्ता रामा रविदास ने बताया कि जिन पशुपालकों के मवेशियों की मौत वज्रपात से हुई है, वह इसकी रिपोर्ट पशुपालन विभाग को करें. पशु के पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ अंचल से रिपोर्ट आने के बाद प्रावधान के तहत पशुपालक को मुआवजा उपलब्ध कराई जाती है.

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