पटना: समस्तीपुर रवाना होने से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आरक्षण की लड़ाई आरजेडी लड़ने का काम करेगा. उन्होंने कहा कि हमने तो शुरू से कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल सड़क से लेकर सदन और अदालत में भी इस लड़ाई को लड़ना पड़े तो हम लोग लड़ेंगे. किसी भी कीमत पर भारतीय संविधान की नौवीं अनुसूची में डलवाकर रहेंगे. हम लोग ने अपनी तरफ से भी सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दे रखी है, उस पर अदालत से नोटिस भी हुआ है. डेट आएगी तो उसमें हम लोग अपनी तरफ से जो मजबूत पक्ष होगा, हम लोग रखेंगे.
कैडर की पार्टी बनाने लक्ष्य: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी के रीढ़ की हड्डी होते हैं, उनसे नेता का डायरेक्ट इंटरेक्शन होना बहुत जरूरी है ताकि प्रॉपर फीडबैक पता चल सके. हम लोग भी चाहते हैं कि संगठन को और मजबूत किया जाए. आने वाले समय को लेकर आरजेडी को मास पार्टी के साथ-साथ कैडर की भी बनाने के लिए काम कर रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि 'कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम' से न केवल अच्छा फीडबैक मिलेगा, बल्कि संगठन भी मजबूत होगा. नवंबर-दिसंबर में संगठन को मजबूत करने के लिए एक बार फिर से घूमेंगे.
"हमलोग चाहते हैं कि संगठन को और मजबूत किया जाए, आने वाले समय को लेकर. मास पार्टी के साथ-साथ कैडर की भी पार्टी हो राष्ट्रीय जनता दल, इस काम में हमलोग लगे हुए हैं. पहला जो कार्यक्रम है हमारा, वो कार्यकर्ता संवाद होगा. उसके बाद नवंबर-दिसंबर में हमलोग जनता के बीच फिर दोबारा जाएंगे." - तेजस्वी यादव, नेता, आरजेडी
'अपराधी के घर जाते हैं मुख्यमंत्री": वहीं, बिहार में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पहले हमारे विधायक की पत्नी के साथ लूटपाट हुई थी, अब बीजेपी नेता की छिनतई का विरोध करने पर हत्या कर दी गई. मुख्यमंत्री चुप हैं और दो-दो उपमुख्यमंत्री हमको गाली दे रहे हैं. कल ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाहुबली नेता अनंत सिंह से उनके गांव लदमा में मुलाकात करने गए थे. तेजस्वी यादव का इशारा अनंत सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात पर ही थी.
सीएम से मुलाकात पर क्या बोले तेजस्वी ने?: वहीं, पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सूचना आयुक्त के दो पद खाली थे, उसी को लेकर के बैठक हुई थी. उसमें मुख्यमंत्री के अलावा विरोधी दल के नेता भी कमेटी के सदस्य होते हैं. इसीलिए उस बैठक में गए थे. सीएम के महागठबंधन में आने की संभावना पर आरजेडी नेता ने पत्रकारों से कहा कि क्या मुख्यमंत्री की बात पर आपको भरोसा है? मुख्यमंत्री बार-बार यह बोलते हैं कि वह गलती नहीं करेंगे. जो जहां हैं, वही रहेंगे. यह बात को वह कई बार बोल चुके हैं.
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