देहरादून: लोकसभा चुनाव 2024 में प्रत्याशी तय लिमिट से ज्यादा खर्च न कर सकें, इसको लेकर निर्वाचन आयोग ने प्रत्याशी के खर्च पर नजर रखने के लिए अलग-अलग टीमें बना रखी हैं, जो बारीकी से प्रत्याशी के खर्च और कार्यक्रमों पर नजर रख रही हैं. बावजूद इसके कुछ प्रत्याशी निर्वाचन आयोग को गुमराह करने में लगे हैं.
दरअसल, निर्वाचन आयोग की लेखा टीम ने दूसरी बार टिहरी लोकसभा सीट के प्रत्याशियों के खर्च का मिलान किया. दूसरी बार भी बीजेपी प्रत्याशी मालाराज्य लक्ष्मी के खर्च और निर्वाचन आयोग के हिसाब में काफी अंतर पाया गया. हालांकि अन्य प्रत्याशियों का चुनावी खर्च मिलान कुछ हद तक सही पाया गया.
- निर्वाचन आयोग की व्यय टीम के अनुसार बीजेपी की मालाराज्य लक्ष्मी ने अभीतक 65 लाख 49 हजार 518 रुपए खर्च किए हैं, जबकि प्रत्याशी मालाराज्य लक्ष्मी ने अनुसार उनके अभीतक 36 लाख 54 हजार 554 रुपए ही खर्च हुए हैं.
- वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 20,49,444 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 20,49,444 रुपए है.
- निर्दलीय प्रत्याशी बॉबी पंवार का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 12,45,414 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 12,45,414 रुपए.
- बसपा प्रत्याशी नेमचंद का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 3,82,615 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 3,82,615 रुपए.
- पीपीआई दल के प्रत्याशी रामपाल सिंह का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 1,45,660 रुपए, लेकिन प्रत्याशी के अनुसार 2,76,219 रुपए.
- आरयूपी दल के प्रत्याशी नवनीत सिंह गुसाई का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 1,05,084 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 1,05,084 रुपए.
- निर्दलीय प्रत्याशी प्रेम दत्त सेमवाल का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 70,260 रुपए, लेकिन प्रत्याशी अनुपस्थित रहा.
- निर्दलीय विपिन कुमार अग्रवाल का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 58,074 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 58,074 रुपए.
- भारतीय राष्ट्रीय एकता दल के प्रत्याशी बृजभूषण कर्णवाल का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 92,300 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 92,300 रुपए.
- निर्दलीय प्रत्याशी सरदार खान पप्पू का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 46,430 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 46,430 रुपए.
- निर्दलीय प्रत्याशी सुदेश तोमर का निर्वाचन व्यय टीम के अनुसार 13000 रुपए, प्रत्याशी के अनुसार 13000 रुपए.
निर्वाचन आयोग के व्यय प्रेक्षक राजेश कोठरी ने बताया कि लोकसभा चुनाव 2024 के प्रत्याशियों के निर्वाचन व्यय का दूसरी बार लेखा मिलान किया गया तो निर्वाचन व्यय लेखा मिलान के लिए प्रत्याशियों ने खुद या अधिकृत निर्वाचन के माध्यम से अपना चुनावी खर्च राजिस्ट्रर के लिए भेजा था. जब टीम ने दोबारा चुनावी खर्च के मिलान की प्रक्रिया की तो दो प्रत्याशियों का खर्च लेखा टीम सर्वे से मेल नहीं हुआ है. साथ ही एक अनुपस्थित प्रत्याशी को नोडल अधिकारी निर्वाचन ने नोटिस जारी किया है.