पटना: बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को 6 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 16 हजार शिक्षकों को विशेष ट्रेनिंग के लिए 15 से 20 अप्रैल तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) केंद्र पर उपस्थित होने का आदेश दिया था. ऐसे में 15 अप्रैल यानी सोमवार से भी एक नया बैच शुरू हुआ है. इसमें जिन शिक्षकों ने सोमवार 15 अप्रैल को सुबह 9 बजे के बाद प्रशिक्षण के लिए योगदान दिया है,उनका एक दिन का वेतन कटेगा.
SCERT ने जारी किया पत्र: एससीईआरटी के निदेशक सज्जन आर ने सभी प्रशिक्षक केंद्रों के प्राचार्य को निर्देशित किया है कि जिन शिक्षकों ने प्रशिक्षण में सोमवार सुबह 9 के बाद योगदान दिया है, उनका एक दिन का वेतन कटौती की अनुशंसा संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी को किया जाए. पत्र में अभी जिक्र है कि सभी शिक्षकों को पूर्व से निर्देशित है कि आवासीय प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण शुरू होने की पूर्व संध्या अर्थात एक दिन पूर्व शाम में ही पहुंच जाना है.
शिक्षक प्रशिक्षण शुरू होने के बाद ज्वाइन कर रहे हैं: एससीईआरटी के इस पत्र की प्रति सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को भी प्रेषित की गई है.बावजूद इसके इस बार यह संज्ञान में आया है कि काफी शिक्षक सुबह 9:00 के बाद योगदान किए हैं. पत्र में अभी कहा गया है कि प्रायः यह देखा जा रहा है कि काफी संख्या में शिक्षक प्रशिक्षण शुरू होने के बाद ज्वाइन कर रहे हैं. यह विभाग के आदेश की अवहेलना है.
"पूर्व से यदि ऐसा हो रहा था तो पूर्व से इस प्रकार के निर्देश होने चाहिए थे. लेकिन इस बार छठ पूजा के कारण ऐसा हुआ है और बावजूद इसके विभाग शिक्षकों का वेतन काटने पर आमदा है. थोड़ा विलंब छठ पर्व के कारण जरूर हुआ, लेकिन आस्था भी महत्वपूर्ण विषय है. शिक्षकों ने जब प्रशिक्षण केंद्र में योगदान करके पहले दिन का प्रशिक्षण प्राप्त भी किया है तो एक दिन का वेतन काटना गलत है." -अमित विक्रम, अध्यक्ष, बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक संघ
चैती छठ के कारण थोड़ा विलंब हुआ: वहीं शिक्षक संगठनों का कहना है कि रविवार को चैती छठ होने के कारण कई शिक्षकों ने सोमवार सुबह सूर्य को अर्घ्य के बाद प्रशिक्षण केंद्र पहुंचकर आवासीय प्रशिक्षण के लिए योगदान किया है. महिला शिक्षिकाएं भी इसमें है क्योंकि परिवार में छठ होने के कारण योगदान करने में थोड़ा विलंब हुआ.
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