श्रीनगर: पौड़ी जिले में सरकारी शिक्षा भगवान भरोसे चल रही है. हाल ये हैं की शिक्षक बेहतर वेतन लेने के बावजूद भी छात्रों को शिक्षा देने के लिए बिल्कुल भी संजीदा नजर नहीं आ रहे. ताजा मामला बीरोखाल ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवीखाल कोठा का है, जहां शिक्षकों के स्कूल न पहुंचने पर पूरे दिन स्कूल में ताले जड़े रहे. छात्र शिक्षक के इंतजार में घंटो खड़े रहे.
दरअसल, प्राथमिक विद्यालय दो अध्यापकों के भरोसे है. इनमें एक शिक्षक तीन दिन की छुट्टी पर थी, लेकिन, स्कूल में सहायक अध्यापक बिना छुट्टी के गायब रहा. ऐसे में स्कूल में ताले जड़े रहे. छात्रों के अभिभावक जब स्कूल पहुंचे तो उन्होंने स्कूल में जमकर हंगामा किया. समय पर स्कूल न खुलने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया. अब जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा नागेन्द्र बर्तवाल ने मामले का संज्ञान लिया है. उन्होंने बताया पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवीखाल कोठा का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें ताले लटके हैं. अभिभावक संघ विद्यालय में भोजन माता के साथ है. जिसमें विद्यालय में कोई शिक्षक मौजूद नहीं है.
वीडियो का संज्ञान लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारी बीरोंखाल को जांच के आदेश दिए. जिसमें पाया गया कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका अवकाश पर थी, जबकि, सहायक अध्यापक कार्य दिवस पर स्कूल नहीं पहुंचा. नागेन्द्र बर्तवाल ने कहा बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही सहायक अध्यापक का स्कूल में अनुपस्थित रहना गंभीर मामला है. जिससे बच्चों के पठन-पाठन पर भी बुरा असर पड़ता है. उन्होंने बताया मामले में बीईओ की रिपोर्ट पर स्कूल के सहायक अध्यापक को निलंबित कर उप शिक्षा अधिकारी बीरोंखाल के कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया है.मामले में बीरोंखाल ब्लॉक प्रमुख राजेन्द्र कंडारी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा अगर इसी तरह स्कूलों से टीचर गायब रहेंगे तो बच्चे केसे आगे बढ़ सकेंगे? उन्होंने कहा इस सम्बंध में उन्होंने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से कार्यवाही करने की मांग की है.
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