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डिजिटल अटेंडेंस को लेकर UP में बवाल, प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन, आगरा में 109 शिक्षकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा - UP Teacher Digital Attendance

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 15, 2024, 8:18 PM IST

Updated : Jul 15, 2024, 10:09 PM IST

लखनऊ में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर सोमवार को बेसिक शिक्षकों ने शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. साथ ही बीएसए को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए कहा.

डिजिटल अटेंडेंस को लेकर UP में बवाल
डिजिटल अटेंडेंस को लेकर UP में बवाल (Photo credit- Etv Bharat)
डिजिटल अटेंडेंस को लेकर UP में बवाल (Video credit- Etv Bharat)

लखनऊ: ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति के आदेश में शिक्षकों को आ रही व्यावहारिक समस्याओं को लेकर सोमवार को बेसिक शिक्षकों ने शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. साथ ही शिक्षकों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा कराने को कहा.

इस दौरान बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने बताया कि विभाग का यह अव्यावहारिक आदेश है. शिक्षकों को दंडात्मक कार्रवाई का भय दिखाकर उन्हें उपस्थिति के लिए बाध्य किया जा रहा है. बहुत से विद्यालय सुदूर क्षेत्रों में हैं, जहां नेटवर्क की समस्या है. शिक्षक विद्यालय के लिए 10 से 60 किमी तक की दूरी तय करते हैं. बारिश में जलभराव, पैदल जाना, क्रॉसिंग बंद मिलना, कोहरे में पहुंचना, बारिश का आना, आंधी तूफान, गाड़ी का धोखा देना आदि शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि कभी-कभी जल्दबाजी में शिक्षक दुर्घटना का भी शिकार हो जाते हैं. ऐसे में उनके पास कोई विकल्प नहीं है. देरी से पहुंचने पर उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा. यह पूरी तरह से गलत है. शिक्षकों की मांग है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई और डिजिटल हाजिरी का आदेश वापस नहीं हुआ, तो शिक्षा निदेशालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे.

यह मांग पत्र सौंपा:

  1. ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति आदेश तत्काल निरस्त हो
  2. शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की तरह 30 अर्जित अवकाश, हॉफ डे सीएल, प्रतिकर अवकाश की व्यवस्था हो
  3. प्रधानाध्यापक के पद बहाल कर जल्द भरे जाएं, पदोन्नति प्राप्त शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन मिलें एवं उनके मूल व ऐच्छिक जनपद में स्थानांतरण हो
  4. सभी शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलें, साथ ही स्टूडेंट्स के बैठने के लिए डेस्क एवं बेंच की व्यवस्था हो.
फर्रूखाबाद में शिक्षकों का प्रदर्शन (video credit etv bharat)

फर्रुखाबाद में शिक्षकों का विरोध:फर्रुखाबाद जिले के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों ने डिजिटल हाजिरी का विरोध किया है. शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने बताया, उत्तर प्रदेश की प्राथमिक संघ द्वारा शिक्षकों की मांगों के निराकरण हेतु प्रेषित पत्र में उल्लेखित मांगों का शासन द्वारा निराकरण किया जाए. बेसिक शिक्षकों को भी बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारी,कर्मचारी की भांति अपार्जित अवकाश, प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार अवकाश तथा अर्ध आकस्मिक अवकाश अनुमन्य किया जाए.

आगरा में 109 शिक्षकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा: ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं आगरा में आक्रोशित शिक्षकों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की पेशकश है. जिले के एत्मादपुर, बाह और फतेहाबाद ब्लॉक के 109 शिक्षकों ने खंड शिक्षाधिकारी को पुरानी मांग और ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में सोमवार को सामूहिक इस्तीफा सौंपा है. ब्लॉक एत्मादपुर के 40, फतेहाबाद के 44 व बाह के 25 संकुल शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप दिया. आगरा जिले की बात करें तो यहां पर करीब 2 हजार शिक्षकों ने अपने आपको विभागीय व्हाट्सएप्प ग्रुप से बाहर कर लिया है. इसी क्रम में प्रतिनियुक्ति के पदों से त्यागपत्र का भी सिलसिला लगातार जारी है.

महराजगंज में प्रदर्शन के दौरन शिक्षकों के गाया राष्ट्रगान: ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर शिक्षकों का विरोध लगातार जारी है. महाराजगंज जनपद के उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने अपना विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी करते हुए बीएसए को 18 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. पत्र सौपने के बाद शिक्षकों ने राष्ट्रीय गान भी गया. शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने कहा कि, सरकार शिक्षकों को राज्यकर्मचारी का दर्जा देते हुए उसकी जायज मांगों को पूरा करे और डिजिटल हाजिरी की वजह व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करे. साथ ही तुरंत डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था का आदेश वापस ले.

वाराणसी में शिक्षकों ने किया ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध:वाराणसी में प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों ने लगातार दूसरे हफ्ते अपना विरोध दर्ज कराया है. टीचरों का कहना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है. उनका कहना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस की खामियों को लेकर उनका विरोध है. ऑनलाइन अटेंडेंस लागू होने के बाद अगर किसी टीचर को कोई इमरजेंसी आती है, तो उसकी पूरे दिन की सैलरी काट जाएंगी. फिलहाल सरकार का ये फैसला व्यवहारिक नहीं है. इसके अलावा सरकार उनकी पुरानी मांगों को पहले माने, तब वो इस फैसले पर अमल करते हैं.

अलीगढ़ में शिक्षकों ने निकाला प्रोटेस्ट मार्च

अलीगढ़ में ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने के विरोध में सोमवार को शिक्षकों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. शिक्षकों ने घंटाघर से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर नारेबाजी की. वहीं, जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंच पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा. इस दौरान स्कूलों की छुट्टी के बाद बड़ी तादाद में महिला और पुरुष शिक्षक मौजूद रहे. शिक्षक ऑनलाइन सुबह और छुट्टी के समय हाजिरी को काला आदेश बता रहे हैं.

यह भी पढ़ें: लखनऊ एयरपोर्ट पर फिर हंगामा; दूसरे दिन भी नहीं उड़ी एयर इंडिया की फ्लाइट, यात्री परेशान

यह भी पढ़ें: लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर डीसीएम और पिकअप में टक्कर, दो की मौत

डिजिटल अटेंडेंस को लेकर UP में बवाल (Video credit- Etv Bharat)

लखनऊ: ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति के आदेश में शिक्षकों को आ रही व्यावहारिक समस्याओं को लेकर सोमवार को बेसिक शिक्षकों ने शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया. साथ ही शिक्षकों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा कराने को कहा.

इस दौरान बेसिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने बताया कि विभाग का यह अव्यावहारिक आदेश है. शिक्षकों को दंडात्मक कार्रवाई का भय दिखाकर उन्हें उपस्थिति के लिए बाध्य किया जा रहा है. बहुत से विद्यालय सुदूर क्षेत्रों में हैं, जहां नेटवर्क की समस्या है. शिक्षक विद्यालय के लिए 10 से 60 किमी तक की दूरी तय करते हैं. बारिश में जलभराव, पैदल जाना, क्रॉसिंग बंद मिलना, कोहरे में पहुंचना, बारिश का आना, आंधी तूफान, गाड़ी का धोखा देना आदि शामिल हैं.

उन्होंने कहा कि कभी-कभी जल्दबाजी में शिक्षक दुर्घटना का भी शिकार हो जाते हैं. ऐसे में उनके पास कोई विकल्प नहीं है. देरी से पहुंचने पर उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा. यह पूरी तरह से गलत है. शिक्षकों की मांग है कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई और डिजिटल हाजिरी का आदेश वापस नहीं हुआ, तो शिक्षा निदेशालय का घेराव कर प्रदर्शन करेंगे.

यह मांग पत्र सौंपा:

  1. ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति आदेश तत्काल निरस्त हो
  2. शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की तरह 30 अर्जित अवकाश, हॉफ डे सीएल, प्रतिकर अवकाश की व्यवस्था हो
  3. प्रधानाध्यापक के पद बहाल कर जल्द भरे जाएं, पदोन्नति प्राप्त शिक्षकों को न्यूनतम मूल वेतन मिलें एवं उनके मूल व ऐच्छिक जनपद में स्थानांतरण हो
  4. सभी शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा मिलें, साथ ही स्टूडेंट्स के बैठने के लिए डेस्क एवं बेंच की व्यवस्था हो.
फर्रूखाबाद में शिक्षकों का प्रदर्शन (video credit etv bharat)

फर्रुखाबाद में शिक्षकों का विरोध:फर्रुखाबाद जिले के परिषदीय स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों ने डिजिटल हाजिरी का विरोध किया है. शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव ने बताया, उत्तर प्रदेश की प्राथमिक संघ द्वारा शिक्षकों की मांगों के निराकरण हेतु प्रेषित पत्र में उल्लेखित मांगों का शासन द्वारा निराकरण किया जाए. बेसिक शिक्षकों को भी बेसिक शिक्षा विभाग में अधिकारी,कर्मचारी की भांति अपार्जित अवकाश, प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार अवकाश तथा अर्ध आकस्मिक अवकाश अनुमन्य किया जाए.

आगरा में 109 शिक्षकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा: ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं आगरा में आक्रोशित शिक्षकों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की पेशकश है. जिले के एत्मादपुर, बाह और फतेहाबाद ब्लॉक के 109 शिक्षकों ने खंड शिक्षाधिकारी को पुरानी मांग और ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में सोमवार को सामूहिक इस्तीफा सौंपा है. ब्लॉक एत्मादपुर के 40, फतेहाबाद के 44 व बाह के 25 संकुल शिक्षकों ने अपने पद से इस्तीफा खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप दिया. आगरा जिले की बात करें तो यहां पर करीब 2 हजार शिक्षकों ने अपने आपको विभागीय व्हाट्सएप्प ग्रुप से बाहर कर लिया है. इसी क्रम में प्रतिनियुक्ति के पदों से त्यागपत्र का भी सिलसिला लगातार जारी है.

महराजगंज में प्रदर्शन के दौरन शिक्षकों के गाया राष्ट्रगान: ऑनलाइन उपस्थिति को लेकर शिक्षकों का विरोध लगातार जारी है. महाराजगंज जनपद के उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने अपना विरोध प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी करते हुए बीएसए को 18 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा. पत्र सौपने के बाद शिक्षकों ने राष्ट्रीय गान भी गया. शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बैजनाथ सिंह ने कहा कि, सरकार शिक्षकों को राज्यकर्मचारी का दर्जा देते हुए उसकी जायज मांगों को पूरा करे और डिजिटल हाजिरी की वजह व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने का प्रयास करे. साथ ही तुरंत डिजिटल हाजिरी की व्यवस्था का आदेश वापस ले.

वाराणसी में शिक्षकों ने किया ऑनलाइन अटेंडेंस का विरोध:वाराणसी में प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों ने लगातार दूसरे हफ्ते अपना विरोध दर्ज कराया है. टीचरों का कहना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस को लेकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है. उनका कहना है कि ऑनलाइन अटेंडेंस की खामियों को लेकर उनका विरोध है. ऑनलाइन अटेंडेंस लागू होने के बाद अगर किसी टीचर को कोई इमरजेंसी आती है, तो उसकी पूरे दिन की सैलरी काट जाएंगी. फिलहाल सरकार का ये फैसला व्यवहारिक नहीं है. इसके अलावा सरकार उनकी पुरानी मांगों को पहले माने, तब वो इस फैसले पर अमल करते हैं.

अलीगढ़ में शिक्षकों ने निकाला प्रोटेस्ट मार्च

अलीगढ़ में ऑनलाइन अटेंडेंस लगाने के विरोध में सोमवार को शिक्षकों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया. शिक्षकों ने घंटाघर से लेकर कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च कर नारेबाजी की. वहीं, जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंच पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा. इस दौरान स्कूलों की छुट्टी के बाद बड़ी तादाद में महिला और पुरुष शिक्षक मौजूद रहे. शिक्षक ऑनलाइन सुबह और छुट्टी के समय हाजिरी को काला आदेश बता रहे हैं.

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Last Updated : Jul 15, 2024, 10:09 PM IST
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