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शिक्षक भर्ती घोटाला: कई पूर्व डीआईओएस के नाम आए सामने, हो सकती है गिरफ्तारी - teacher recruitment scam - TEACHER RECRUITMENT SCAM

कानपुर के शिक्षक भर्ती घोटाला में कई पूर्व डीआईओएस के नाम सामने आए हैं. पुलिस टीम ने जैसे ही डीआईओएस कार्यालय में छापा मारा तो कई गड़बड़ियां मिलीं.

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डीआईओएस कार्यालय में SIT की जांच (मीडिया सेल, कमिश्नरेट पुलिस)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 12, 2024, 10:16 AM IST

कानपुर: शहर में शिक्षक भर्ती घोटाला मामला दिनों दिन वैसे ही गरमाता जा रहा है. कुछ दिनों पहले ही एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार की टीम ने इस शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में वाराणसी के पिता पुत्र हरेंद्र और प्रकाश पांडे को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस टीम ने मंगलवार देश शाम चुन्नीगंज स्थित डीआईओएस कार्यालय में छापा मारा. जैसे ही एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार फोर्स लेकर पहुंचे तो, कार्यालय में हड़कंप की स्थिति हो गई. कई लिपिक अपनी-अपनी फाइलें लेकर इधर-उधर जाने लगे. ऐसे में एसीपी कर्नलगंज ने सभी से कहा, कि जब तक उनकी जांच चलेगी तब तक कोई अपने कमरे से बाहर नहीं जाएगा.

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डीआईओएस कार्यालय में जांच करते पुलिस अफसर और कर्मी (etv bharat reporter)

एसीपी महेश कुमार ने कर्नलगंज थाना प्रभारी संतोष सिंह के साथ कई फाइलों को देखा, तो उन्हें तमाम गड़बड़ियां भी मिलीं. इस मौके पर कानपुर के डीआईओएस अरुण कुमार भी मौजूद थे. डीआईओएस कार्यालय के अलावा पुलिस टीम ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के कार्यालय में भी छापा मारा, और वहां मौजूद कर्मियों से कई अहम जानकारियां जुटाई.

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कई पूर्व डीआईओएस के नाम आए सामने हो सकती है गिरफ्तारी: शहर में शिक्षक भर्ती घोटाला में कई पूर्व डीआईओएस के नाम सामने आए हैं. डीआईओएस के साथ ही कार्यालय के तमाम कर्मियों की संलिप्तता भी पुलिस को पता चली है. हालांकि, अभी तक पुलिस के पास कोई ठोस साक्ष्य मौजूद नहीं है. इसलिए पुलिस की ओर से कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. आला अफसरों का कहना है, कि बहुत जल्द ही इस मामले में दिए पूर्व डीआईओएस समेत अन्य कर्मियों को गिरफ्तार कर लेंगे. डीआईओएस कार्यालय में पुलिस की दबिश के बाद से हड़कंप की स्थिति मची हुई है. कोई भी कर्मी किसी भी तरह की जानकारी देने को तैयार नहीं है.

कई सालों से हो रहे है शिक्षक भर्ती घोटाले: कानपुर में पिछले कई सालों में शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले सामने आते रहे हैं. जब-जब पुलिस ने उन मामलों की पड़ताल की, तो कई शिक्षा विभाग के अफसरों को जेल तक जाना पड़ा है. ऐसे में अभी कुछ दिनों पहले ही जो शिक्षक भर्ती घोटाले का मामला सामने आया,उसमें आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट तैयार कराकर 9 शिक्षकों को नियुक्ति दे दी थी. अब पुलिस ने इस मामले की जांच गंभीरता से शुरू कर दी है, और अभी तक पुलिस 5 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने कहा, कि एसीपी महेश कुमार की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित है. वहीं, एसआईटी इस पूरे शिक्षक भर्ती घोटाले के सभी आरोपियों को जेल भेजेगी.

यह भी पढ़े-कानपुर में कूड़ा फेंकने के विवाद में भाजपा नेता समेत दो की हत्या में तीन को उम्रकैद

कानपुर: शहर में शिक्षक भर्ती घोटाला मामला दिनों दिन वैसे ही गरमाता जा रहा है. कुछ दिनों पहले ही एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार की टीम ने इस शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में वाराणसी के पिता पुत्र हरेंद्र और प्रकाश पांडे को गिरफ्तार किया था. इसके बाद पुलिस टीम ने मंगलवार देश शाम चुन्नीगंज स्थित डीआईओएस कार्यालय में छापा मारा. जैसे ही एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार फोर्स लेकर पहुंचे तो, कार्यालय में हड़कंप की स्थिति हो गई. कई लिपिक अपनी-अपनी फाइलें लेकर इधर-उधर जाने लगे. ऐसे में एसीपी कर्नलगंज ने सभी से कहा, कि जब तक उनकी जांच चलेगी तब तक कोई अपने कमरे से बाहर नहीं जाएगा.

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डीआईओएस कार्यालय में जांच करते पुलिस अफसर और कर्मी (etv bharat reporter)

एसीपी महेश कुमार ने कर्नलगंज थाना प्रभारी संतोष सिंह के साथ कई फाइलों को देखा, तो उन्हें तमाम गड़बड़ियां भी मिलीं. इस मौके पर कानपुर के डीआईओएस अरुण कुमार भी मौजूद थे. डीआईओएस कार्यालय के अलावा पुलिस टीम ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के कार्यालय में भी छापा मारा, और वहां मौजूद कर्मियों से कई अहम जानकारियां जुटाई.

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कई पूर्व डीआईओएस के नाम आए सामने हो सकती है गिरफ्तारी: शहर में शिक्षक भर्ती घोटाला में कई पूर्व डीआईओएस के नाम सामने आए हैं. डीआईओएस के साथ ही कार्यालय के तमाम कर्मियों की संलिप्तता भी पुलिस को पता चली है. हालांकि, अभी तक पुलिस के पास कोई ठोस साक्ष्य मौजूद नहीं है. इसलिए पुलिस की ओर से कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है. आला अफसरों का कहना है, कि बहुत जल्द ही इस मामले में दिए पूर्व डीआईओएस समेत अन्य कर्मियों को गिरफ्तार कर लेंगे. डीआईओएस कार्यालय में पुलिस की दबिश के बाद से हड़कंप की स्थिति मची हुई है. कोई भी कर्मी किसी भी तरह की जानकारी देने को तैयार नहीं है.

कई सालों से हो रहे है शिक्षक भर्ती घोटाले: कानपुर में पिछले कई सालों में शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले सामने आते रहे हैं. जब-जब पुलिस ने उन मामलों की पड़ताल की, तो कई शिक्षा विभाग के अफसरों को जेल तक जाना पड़ा है. ऐसे में अभी कुछ दिनों पहले ही जो शिक्षक भर्ती घोटाले का मामला सामने आया,उसमें आरोपियों ने फर्जी वेबसाइट तैयार कराकर 9 शिक्षकों को नियुक्ति दे दी थी. अब पुलिस ने इस मामले की जांच गंभीरता से शुरू कर दी है, और अभी तक पुलिस 5 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने कहा, कि एसीपी महेश कुमार की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित है. वहीं, एसआईटी इस पूरे शिक्षक भर्ती घोटाले के सभी आरोपियों को जेल भेजेगी.

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