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स्कूल की छत से गुजर रही बिजली लाइन की चपेट में आया सरकारी शिक्षक, मौत के बाद परिजनों ने किया प्रदर्शन - Death by Electric current

दौसा के भांवता गांव में स्कूल के ऊपर से गुजर रही 33 केवी बिजली लाइन की चपेट में आने से एक सरकारी शिक्षक की मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने 3 घंटे तक शव नहीं उठाया और कई मांगों को पूरा करने की मांग को लेकर स्कूल गेट पर प्रदर्शन किया. बाद में कोलवा थाना पुलिस ने समझाइश की.

DEATH BY ELECTRIC CURRENT
बिजली लाइन की चपेट में आया सरकारी शिक्षक (PHOTO : ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 13, 2024, 2:05 PM IST

बिजली लाइन की चपेट में आया सरकारी शिक्षक (VIDEO : ETV BHARAT)

दौसा. जिले के कोलवा थाना क्षेत्र में स्थित भांवता गांव में मंगलवार को एक सरकारी स्कूल का एलडीसी विद्यालय के पास से गुजर रही 33 केवी बिजली लाइन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद मृतक एलडीसी के परिजनों ने बिजली कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्कूल गेट के बाहर इकट्ठा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव लेने से इंकार कर दिया. ऐसे में घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं मृतक के परिजनों को समझाइश के प्रयास किए गए. इस दौरान करीब 3 घंटे की जद्दोजहद के बाद परिजन राजी हुए और धरना समाप्त किया.

बता दें कि जिले के कोलवा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे भांवता गांव में स्थित एक सरकारी विद्यालय में पोस्टेड एलडीसी मांगीलाल लाल सैन पुत्र प्रह्लाद सैन बारिश के चलते विद्यालय की छत पर जमा हुए कचरे को हटाने के लिए गया था. कोलवा थाना प्रभारी अजय सिंह शेखावत ने बताया कि छत की सफाई के दौरान एलडीसी मांगीलाल सैन विद्यालय भवन के पास से गुजर रही बिजली लाइन की चपेट में आ गया, जिसके चलते एलडीसी बुरी तरह जख्मी हो गया. ऐसे में घटना की जानकारी मिलने पर विद्यालय का स्टाफ और ग्रामीण एलडीसी मांगीलाल को बचाने के लिए दौड़े. लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया.

परिजनों से शव लेने से किया इंकार : वहीं एलडीसी मांगीलाल की बिजली लाइन की चपेट में आने से मौत की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन और अन्य ग्रामीण विद्यालय पहुंच गए. ऐसे में एलडीसी की मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इंकार करते हुए शव को मौके पर ही रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं मृतक के परिजनों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के बाद जब तक पूरा तार जल नहीं गया, विभागीय कर्मचारियों ने लाइट नहीं काटी. जिससे हमारे भाई की मौत हो गई. ऐसे में हमारी मांग पूरी नहीं होगी, हम शव नहीं उठाएंगे.

इसे भी पढ़ें : झालावाड़ में सगे भाइयों की मौत के बाद लोगों में 'उबाल', बंद रहा कस्बा, पुलिस पर लगाए आरोप - Electric shock death case

परिजनों ने रखी ये मांग : परिजनों ने प्रशासन से मृतक की पत्नी को यूडीसी कि नौकरी, मृतक के बच्चों के पालन-पोषण के लिए 1 करोड़ रुपए, बच्चों के वयस्क होने पर सरकारी नौकरी, विद्युत द्वारा स्कूल भवन के ऊपर से गुजर रही 33 केवी बिजली लाइन को मौके से हटाने और बिजली विभाग द्वारा भी मृतक के दोनों बच्चों को 50- 50 लाख रुपए सहायता दिलाने की मांग की है. वहीं ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए बांदीकुई एसडीएम रामसिंह राजावत, तहसीलदार धर्मेंद्र, बांदीकुई डिप्टी एसपी रोहितास देवंदा मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से समझाइश की. उच्च अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोगों ने धरना खत्म किया.

बिजली लाइन की चपेट में आया सरकारी शिक्षक (VIDEO : ETV BHARAT)

दौसा. जिले के कोलवा थाना क्षेत्र में स्थित भांवता गांव में मंगलवार को एक सरकारी स्कूल का एलडीसी विद्यालय के पास से गुजर रही 33 केवी बिजली लाइन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद मृतक एलडीसी के परिजनों ने बिजली कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए स्कूल गेट के बाहर इकट्ठा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया और शव लेने से इंकार कर दिया. ऐसे में घटना की जानकारी मिलने के बाद कोलवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं मृतक के परिजनों को समझाइश के प्रयास किए गए. इस दौरान करीब 3 घंटे की जद्दोजहद के बाद परिजन राजी हुए और धरना समाप्त किया.

बता दें कि जिले के कोलवा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह करीब 11 बजे भांवता गांव में स्थित एक सरकारी विद्यालय में पोस्टेड एलडीसी मांगीलाल लाल सैन पुत्र प्रह्लाद सैन बारिश के चलते विद्यालय की छत पर जमा हुए कचरे को हटाने के लिए गया था. कोलवा थाना प्रभारी अजय सिंह शेखावत ने बताया कि छत की सफाई के दौरान एलडीसी मांगीलाल सैन विद्यालय भवन के पास से गुजर रही बिजली लाइन की चपेट में आ गया, जिसके चलते एलडीसी बुरी तरह जख्मी हो गया. ऐसे में घटना की जानकारी मिलने पर विद्यालय का स्टाफ और ग्रामीण एलडीसी मांगीलाल को बचाने के लिए दौड़े. लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया.

परिजनों से शव लेने से किया इंकार : वहीं एलडीसी मांगीलाल की बिजली लाइन की चपेट में आने से मौत की सूचना मिलने पर मृतक के परिजन और अन्य ग्रामीण विद्यालय पहुंच गए. ऐसे में एलडीसी की मौत से आक्रोशित परिजनों ने शव लेने से इंकार करते हुए शव को मौके पर ही रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. वहीं मृतक के परिजनों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि घटना के बाद जब तक पूरा तार जल नहीं गया, विभागीय कर्मचारियों ने लाइट नहीं काटी. जिससे हमारे भाई की मौत हो गई. ऐसे में हमारी मांग पूरी नहीं होगी, हम शव नहीं उठाएंगे.

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परिजनों ने रखी ये मांग : परिजनों ने प्रशासन से मृतक की पत्नी को यूडीसी कि नौकरी, मृतक के बच्चों के पालन-पोषण के लिए 1 करोड़ रुपए, बच्चों के वयस्क होने पर सरकारी नौकरी, विद्युत द्वारा स्कूल भवन के ऊपर से गुजर रही 33 केवी बिजली लाइन को मौके से हटाने और बिजली विभाग द्वारा भी मृतक के दोनों बच्चों को 50- 50 लाख रुपए सहायता दिलाने की मांग की है. वहीं ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए बांदीकुई एसडीएम रामसिंह राजावत, तहसीलदार धर्मेंद्र, बांदीकुई डिप्टी एसपी रोहितास देवंदा मृतक के परिजनों और ग्रामीणों से समझाइश की. उच्च अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोगों ने धरना खत्म किया.

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