कोटा: जिले के रामगंजमंडी उपखंड इलाके के सुकेत थाना एरिया के सरकारी स्कूल के व्याख्याता और प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया गया है. मामला छात्राओं से छेड़छाड़ से जुड़ा है. इस मामले में स्टाफ और छात्राओं की शिकायत के बावजूद भी प्रिंसिपल ने कार्रवाई नहीं की थी. ऐसे में उन्हें भी सरकार ने निलंबित कर दिया है. मामले में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गंभीरता दिखाई और शिक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए थे. प्रारंभिक तौर पर शिक्षक की गलती सामने आने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक, बीकानेर से निलंबन के आदेश जारी किए गए. निलंबन के दौरान दोनों का मुख्यालय बीकानेर निदेशालय किया गया है. पुलिस ने आरोपी व्याख्याता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था.
मामले के अनुसार, स्कूल में राजनीति विज्ञान के व्याख्याता के खिलाफ छात्राओं ने प्रोटेस्ट किया था और जूते की माला लेकर भी पहुंची थी. साथ ही कुछ ग्रामीण आक्रोशित होकर स्कूल पहुंचे थे. उनका कहना है कि आरोपी शिक्षक छात्राओं से अश्लील बातें करता है. साथ ही छेड़छाड़ की कोशिश भी करता है. इस संबंध में गुरुवार को तीन से चार घंटे तक स्कूल में हंगामा हुआ था. काफी मशक्कत के बाद पुलिस आरोपी टीचर को स्कूल से थाने लेकर आई थी. वहीं छात्रों की शिकायत पर उसके खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.
भारी पुलिस जाप्ते के बावजूद ग्रामीणों ने आरोपी शिक्षक से मारपीट की कोशिश की. इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने आरोपी शिक्षक के सस्पेंशन आदेश जारी कर दिए हैं. प्रधानाध्यापक ने 12, 14 और 18 सितंबर को शिकायत आने के बावजूद भी आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. यहां तक की उच्च अधिकारियों और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को भी इस संबंध में कोई सूचना नहीं दी गई. ऐसे में राज्य सरकार ने उन्हें भी संवेदनशील प्रकरण में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड किया है.