हल्द्वानी: कुमाऊंनी टैक्सी चालक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. टैक्सी चालकों की हड़ताल से लोगों को आवाजाही में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पूरे कुमाऊं में करीब 50 से 60 हजार टैक्सियों के पहिये थम गए हैं. टैक्सी चालकों ने ऑटोमेटेड वाहन फिटनेस सेंटर में वाहनों की फिटनेस को लेकर अवैध वसूली किए जाने का विरोध जताया है. टैक्सी चालकों ने 27 जनवरी से हड़ताल का ऐलान किया था.
टैक्सी महासंघ ने नैनीताल जिलाधिकारी और संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संभाग को पत्र लिखकर फिटनेस सेंटर की शिकायत की है. टैक्सी महासंघ यूनियन के पदाधिकारी मनोज भट्ट ने आरोप लगाया कि फिटनेस सेंटर में कोई भी मानक तय नहीं है, ना ही वाहन मालिक को इसके बारे में जानकारी दी जा रही है. फिटनेस सेंटर परिवहन विभाग से अधिकृत प्रदूषण केंद्रों से जारी प्रमाण पत्रों को अमान्य कर रहे हैं.
टैक्सी चालक महेश पांडे का कहना है कि फिटनेस सेंटर के द्वारा वाहन को पास करने के लिए वाहन स्वामियों से अवैध वसूली की जा रही है. इससे वाहन स्वामियों का आर्थिक शोषण हो रहा है. यही नहीं, निजी फिटनेस सेंटर के द्वारा वाहन के फिटनेस में जाने के दौरान फेल होने पर फिर फिटनेस शुल्क लिया जा रहा है. साथ ही जितनी बार भी वाहन फिटनेस सेंटर में प्रवेश कर रहे हैं, उतनी बार शुल्क लिया जा रहा है. जबकि पूर्व में परिवहन विभाग द्वारा एक ही बार फिटनेस शुल्क लिया जाता था. टैक्सी चालकों ने निजी फिटनेस सेंटर द्वारा उनका शोषण करना बताया है.
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सोमेश्वर में टैक्सी चालकों का प्रदर्शन: अल्मोड़ा में भी टैक्सी वाहनों की फिटनेस निजी हाथों में दिए जाने के विरोध में टैक्सी यूनियन सोमेश्वर ने रविवार को टैक्सियों का संचालन पूर्ण रूप से बंद रखा. यूनियन के सदस्यों ने सोमेश्वर में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. साथ ही मांगों पर कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन को और उग्र करने की चेतावनी दी है. टैक्सी वाहनों का संचालन बंद होने के कारण यात्रियों और पर्यटकों को भारी दिक्कतें झेलनी पड़ रही है.