कोटा. नेशनल हाईवे 27 पर ताथेड़ इलाके में ढाबे पर हुए हत्याकांड के मामले का कोटा ग्रामीण पुलिस ने खुलासा कर दिया. इस मामले में जिस शख्स की हत्या हुई थी, उसी की गैंग के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी पुलिस ने की है. इन लोगों का घटनास्थल पर दूसरी गैंग के सदस्यों से झगड़ा हुआ था. इस दौरान फायरिंग की, लेकिन दूसरी गैंग के सदस्य के गोली लगने की जगह इन्हीं के गैंग के सदस्य रोहित मीणा के गोली लग गई थी, जिसकी मौत हो गई थी व आरोप इन्होंने दूसरे गैंग पर लगा दिया था. इस मामले में पुलिस ने हर एंगल से अनुसंधान शुरू किया और कोटा ग्रामीण एसपी करण शर्मा ने पूरे मामले का खुलासा किया है.
एसपी शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में कैथून थाने का हिस्ट्रीशीटर अरनिया निवासी नरेंद्र मीणा, मस्तराम मीणा, विजेंद्र मीणा, अक्षय मीणा व भौंरा निवासी रंजीत उर्फ राणा मीणा शामिल हैं. ये सभी नरेंद्र की गैंग के सदस्य हैं. रोहित भी इन्हीं की गैंग का सदस्य था. इस मामले में कोटा ग्रामीण के डीएसपी बेनी प्रसाद मीणा ने बताया कि घटना के बाद पुलिस की टीमों ने घटनास्थल की जांच पड़ताल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज चेक की. घटना के संबंध में लोगों से जानकारी जुटाई, जिसके बाद सामने आया कि रोहित मीणा को गोली नरेंद्र मीणा के किए फायर से लगी थी. इसके बाद इन आरोपियों पर निगरानी रखी गई. संदेह होने पर इन्हें डिटेन किया और पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया.
अस्पताल में लाकर कराया भर्ती, दूसरे पक्ष पर दर्ज करवा दिया मुकदमा : एसपी शर्मा ने बताया कि 11 जुलाई को कोटा-बारां हाईवे पर एक ढाबे पर लेनदेन के विवाद में दो गुटों में झगड़ा हो गया था. इस मामले में सिर में आंख के यहां पर गोली रोहित मीणा के लग गई थी और उसकी मौत हो गई थी. यह गोली हिस्ट्रीशीटर नरेंद्र मीणा ने दूसरे पक्ष के हिस्ट्रीशीटर सरणजीत पर चलाई थी, लेकिन निशाना चूकने के चलते यह गोली रोहित के सिर पर लगी और आंख से अंदर प्रवेश कर गई. घटना के बाद नरेंद्र और अन्य लोग इसे कोटा के एमबीएस अस्पताल ले गए और दूसरे पक्ष के सरणजीत व अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया.