मेरठ : हरिद्वार से जल भरकर मोदी-योगी के नाम की कांवड़ लेकर निकले मेरठ के तरुण कुमार लौट आए हैं. तरुण की कांवड़ सबके आकर्षण का केंद्र बनी है. लोग तरुण के साथ सेल्फी लेते नजर आए. तरुण का कहना है कि जैसे श्रवण कुमार अपने माता-पिता को लेकर तीर्थयात्रा पर निकले थे, वैसे ही वे पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यानाथ की लम्बी आयु और अच्छी सेहत को लेकर कांवड़ लेकर निकले हैं. मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरें कांवड़ पर लगाए तरुण कहते हैं कि-दोनों ऐसे ही काम करते रहें, बस यही चाहते हैं.
मेरठ के माधवपुरम निवासी तरुण कुमार बोल-बम का जयकारा लगाते हरिद्वार से निकले. करीब 20 किलो वजनी कांवड़ लिए तरुण का साथ दूसरे कांवड़िए भी देते हैं. इस दौरान राहगीर उनकी फोटो लेने और वीडियो बनाने से नहीं चूकते.
कांवड़ पर तरुण ने पीएम और सीएम के कटआउट लगाए हैं. साथ ही भगवा और तिरंगा भी है. तरुण का कहते हैं- मेरी बस यही कामना है कि दोनों हमेशा स्वस्थ और सुखी रहें. कहते हैं, जम्मू-कश्मीर का मुद्दा सुलझाने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी ने जो कुछ किया, उससे मैं बहुत खुश हूं. दोनों नेता बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. इसलिए उनके लिए कांवड़ यात्रा पर निकला हूं. मैं बस यही चाहता हूं कि दोनों ऐसे ही काम करते रहें.
तरुण जहां से गुजर रहे हैं, लोग उन्हें सम्मानित भी कर रहे हैं. कई हिंदू संगठन, धार्मिक संस्थाएं अब तक उनका सम्मान कर चुकी हैं. तरुण कहते हैं-मैं औघड़नाथ मंदिर में भोलेनाथ का जलाभिषेक करूंगा. हर साल कांवड़ यात्रा पर निकलता हूं.
राम मंदिर के मॉडल वाली कांवड़ का इंतजार : राम मंदिर मॉडल वाली कांवड़ हरिद्वार से वापस मेरठ आ रही है. करीब 250 शिव भक्त गुरुवार को बोल बम और हर-हर महादेव के जयघोष के साथ हरिद्वार रवाना हुए थे. हरि की पैड़ी से गंगाजल लेकर मेरठ लौट रहे हैं. यह कांवड़ 35 लाख रुपए और एक महीने में बनकर तैयार हुई है. सबको इस कांवड़ का इंतजार है.
पशुपतिनाथ मंदिर की कांवड़ हरिद्वार रवाना : मेरठ में नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर की कांवड़ तैयार की गई है. 51 किलो की कांवड़ शिवभक्त ने खुद तैयार की. कांवड़ बनाने में लगभग 2 लाख रुपए का खर्च आया है. कांवड़ रविवार सुबह हरिद्वार के लिए रवाना हुई. हरिद्वार हरि की पैड़ी से जल लाकर कांवड़िए शिव का जलाभिषेक करेंगे. इसे तैयार करने वाले अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि 13 फीट ऊंची और 13 फीट लंबी कांवड़ को लकड़ी, रूई, कपड़ा, थर्माकोल, रेशम के कपड़े, सजावटी सामान, रंगीन लाइटों से सजाया गया है.