नर्मदापुरम: कावेरी जल विवाद को लेकर तमिलनाडु से दिल्ली जा रहे 100 से अधिक किसानों को रविवार शाम पुलिस ने नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन पर उतार दिया. इस दौरान किसान नेताओं ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन पुलिस और प्रशासन के अधिकारी ऊपर से मिले मैसेज और लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देकर सभी को अपनी बात समझाते रहे. किसानों के विरोध के बावजूद सभी को ट्रेन से उतारकर नर्मदापुरम के एक मैरिज गार्डन में पहुंचा दिया गया है.
किसानों ने जमकर की नारेबाजी
बताया जा रहा है कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को एक सूचना मिली थी कि जीटी एक्सप्रेस से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आंदोलन करने जा रहे हैं. इसके बाद स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 1 पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया. वहीं, इस ट्रेन रुकते ही किसानों के नेता और किसानों को उतार लिया गया. इस दौरान जीटी एक्सप्रेस करीब 1 घंटे से अधिक समय तक रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही. नर्मदापुरम सिटी मैजिस्ट्रेट असमराम चिरामन ने बताया कि "किसानों को ट्रेन से उतारकर श्रीकुंज गार्डन में ठहराने का मैसेज मिला था. जिसके बाद इन किसानों को यहां उतारा गया है." वहीं, किसानों इस दौरान जमकर नारेबाजी की.
चेन्नई से पुलिस कर रही थी पीछा
नर्मदापुरम पुलिस ने बताया कि इनपुट मिलने पर दिल्ली पुलिस चेन्नई से इनका पीछा कर रही थी. रविवार को दिल्ली से मिले इनपुट के आधार पर सभी को नर्मदापुरम में उतारा गया है. किसान नेता और कार्यकर्ता 27 जुलाई को जीटी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे.
कावेरी नदी के पानी की मांग
किसान संगठन नेशनल साउथ इंडियन रिवर इंटरलिंकिंग एसोसिएशन तमिलनाडु के अध्यक्ष अय्याकन्नू ने बताया कि "हमारे 114 कार्यकर्ता और पदाधिकारी दिल्ली जा रहे थे. इस दल में महिलाएं भी शामिल हैं. हम तमिलनाडु के कावेरी नदी का पानी दिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली जा रहे हैं. पुलिस ने लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देकर हमें यहां उतार लिया है." इधर पुलिस किसानों को हिरासत में लेकर अपने साथ ले जाना चाहती थी, जबकि एसोसिएशन के सदस्य थाने जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं.