झालावाड़ : गुर्जर समाज ने रविवार को आयोजित होने वाले प्रतिभा सम्मान समारोह और महारैली कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है. प्रशासन और समाज के प्रतिनिधिमंडल की आपसी वार्ता के बाद यह फैसला लिया गया. गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन द्वारा लगाई गई धारा 163 के चलते इस कार्यक्रम को निरस्त करने का फैसला लिया. वहीं, कार्यक्रम के निरस्त होने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली.
दरअसल, गत दिनों सम्राट मिहिर भोज को लेकर जिले में गुर्जर और राजपूत समाज के कुछ लोग एक-दूसरे का विरोध कर रहे थे. वहीं, इसको लेकर कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर बयानबाजी की गई. वहीं, इससे कार्यक्रम के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की संभावना थी. इधर, गत दिनों जिले में पिडावा पगारिया और असनावर में हुई सांप्रदायिक घटनाओं के बाद झालावाड़ एसपी ऋचा तोमर की अनुशंसा पर डीएम अजय सिंह राठौड़ ने जिले में धारा 163 लागू कर लोगों से शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील की थी.
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प्रतिभा सम्मान समारोह कार्यक्रम के सयोजक सूरत राम गुर्जर ने बताया कि गत दिनों हुई घटनाओं को लेकर कहीं न कहीं कार्यक्रम के दौरान झालावाड़ शहर में अशांति का माहौल बनने की संभावना बन रही थी. इस कारण गुर्जर समाज के सभी पदाधिकारियों ने प्रशासन से वार्ता कर प्रतिभा सम्मान समारोह व रैली के आयोजन को निरस्त करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि जो भी समाज के लोग इस रैली की तैयारी कर रहे थे, उन सभी का दायित्व है कि झालावाड़ में सांप्रदायिक सौहार्द बनी रहे.
इस मौके पर एसडीएम अभिषेक चारण ने कहा कि गुर्जर समाज के द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह व रैली को समाज के पदाधिकारी ने प्रशासन से वार्ता के बाद निरस्त करने का फैसला लिया है. पदाधिकारियों ने जिले में प्रशासन द्वारा लगाई गई धारा 163 के चलते कार्यक्रम को निरस्त करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि सोशल साइट्स पर कुछ लोगों के द्वारा एक-दूसरे समाज के लिए गलत पोस्ट की जा रही थी. ऐसे लोगों पर शिकायत के बाद कानूनी कार्रवाई की गई है. उन्होंने कहा कि फिलहाल जिले में शांति व्यवस्था कायम है और जो भी धारा 163 का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.