जांजगीर चांपा : जांजगीर चांपा जिला प्रशासन ने एक जुलाई से स्वस्थ जांजगीर कार्यक्रम की शुरुआत की है.इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के साथ मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव, घर -घर स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे. जिसमें पांच तरह की बीमारी का चिन्हांकन कर बीमारियों से निजात दिलाएंगे.
स्वास्थ्य विभाग किन बीमारियों का करेगा इलाज : डॉक्टर्स डे के अवसर पर जांजगीर चांपा जिला प्रशासन ने अभिनव पहल की है. जिसमें जिले के सभी गांव में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आंगनबाड़ी कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के साथ जवान और बुजुर्ग महिला पुरुषों के पास पहुंच कर कुष्ठ रोग, मोतियाबिंद,टीबी, सिकलसेल और दिव्यांगता का परीक्षण के साथ लोगों के आयुष्मान कार्ड बनवाने की प्रक्रिया भी की जाएगी.
हर एक नागरिक का होगा सर्वे : कलेक्टर आकाश छीकरा की माने तो स्वास्थ्य विभाग अपने इस अभियान में हर एक नागरिक का सर्वे करेगा. जांजगीर चांपा जिले के 11 लाख 40 हजार लोगों तक स्वास्थ्य विभाग सर्वे करेगा. कुष्ठ रोग के मरीजों का परीक्षण के बाद घर में दवा उपलब्ध कराई जाएगी.
''मोतियाबिंद के मरीजों के लिए जांजगीर जिला अस्पताल और चांपा बीडीएम अस्पताल में कैम्प लगाकर उपचार कराया जाएगा.इसके अलावा सिकलसेल के मरीजों को विशेष जांच और उपचार का इंतजाम किया जाएगा.'' आकाश छिकारा, कलेक्टर
वहीं स्वस्थ जांजगीर अभियान के बारे में सीएमएचओ वंदना सिंह ने बताया कि जिले के अंतिम व्यक्ति को शासन की स्वास्थ्य योजना का लाभ मिलेगा. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम की ड्यूटी लगाई गई है.
''इस मुहिम को एक मिशन के रूप में किया जाएगा. हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि अपनी बीमारियों को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को निसंकोच जानकारी उपलब्ध कराएं.'' वंदना सिंह,सीएमएचओ
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के इस अभिनव पहल से जिले में उन रोगियों को इलाज मिलेगा,जो अब तक किसी कारणवश ना तो अस्पताल जा सके हैं और ना ही अपना इलाज कराने में सक्षम हैं.साथ ही साथ इस सर्वे से जिले में गंभीर रोगियों की स्थिति भी पता चलेगी.