रांची: झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कौन होगा इस पर अब तक संशय बरकरार है. प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी अब तक विधायक दल का नेता भी नहीं चुन पायी है. इस कारण नेता प्रतिपक्ष के चयन का रास्ता साफ नहीं हो पाया है. इस संबंध में पूछे गए सवाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जल्द ही तय हो जाएगा और जैसे ही नाम की घोषणा होगी आप लोगों को जानकारी दे दी जाएगी.
हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन कहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा 12 दिसंबर के बाद होगी. इधर, एनडीए के सहयोगी दल लोजपा के एकमात्र विधायक जनार्दन पासवान कहते हैं कि अभी शुरुआत ही है. जल्द ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लग जाएगी. यह बीजेपी के अंदर तय होना है और इस पर मंथन चल रहा होगा.
पंचम विधानसभा में भी नेता प्रतिपक्ष पर फंसा था पेच
आपको बता दें कि पंचम विधानसभा में भी नेता प्रतिपक्ष को लेकर मामला फंसा था और आखिरकार बाबूलाल मरांडी की जगह अमर कुमार बाउरी को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर सहमति बनी, लेकिन इस बार छठे विधानसभा के कार्यकाल में कोई विवाद होने की संभावना है और बीजेपी की ओर से विधायक दल के नेता का चयन होने में हो रही देरी को मुख्य वजह माना जा रही है.
भाजपा के टॉप नेता मंथन में जुटे
जानकारी के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष को लेकर पार्टी के अंदर मंथन का दौर जारी है. सामाजिक और राजनीतिक समीकरण को ध्यान में रखकर बीजेपी जल्द ही इस पर निर्णय लेने वाली है.पार्टी अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि ट्राइबल या ओबीसी या सामान्य कोटे से विधायक दल का नेता बनाया जाए. हालांकि अपने-अपने स्तर से पार्टी के नेताओं के द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं. जिसमें बाबूलाल मरांडी, चंपाई सोरेन, सीपी सिंह, शशिभूषण मेहता जैसे नेता रेस में हैं. बहरहाल, झारखंड विधानसभा का पहला सत्र बगैर नेता प्रतिपक्ष के ही समाप्त होने की संभावना है.
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