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रिश्वत के आरोप में निलंबित IPS मनीष अग्रवाल बहाल, 100 दिन से ज्यादा जेल में रहना पड़ा था - Dausa Bribery Case

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : May 17, 2024, 5:25 PM IST

IPS Manish Aggarwal Reinstated, रिश्वत के आरोप में निलंबित राजस्थान कैडर के आईपीएस मनीष अग्रवाल को भजनलाल सरकार ने बहाल कर दिया है. इसको लेकर शुक्रवार को कार्मिक विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी किए. अग्रवाल पिछले तीन साल से इस रिश्वत के मामले में निलंबित चल रहे थे.

Suspended IPS Manish Aggarwal Reinstated
रिश्वत के आरोप में निलंबित IPS मनीष अग्रवाल हुए बहाल (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर. राजस्थान के बहुचर्चित दौसा घूस कांड मामले के आरोपी राजस्थान कैडर के आईपीएस मनीष अग्रवाल को भजनलाल सरकार ने तीन साल के बाद बहाल कर दिया. शुक्रवार को कार्मिक विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं. मनीष अग्रवाल पिछले 3 साल से रिश्वत लेने के मामले में निलंबित चल रहे थे. इससे पहले मनीष अग्रवाल के खिलाफ केंद्र सरकार ने मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी. एसीबी ने दौसा घूस कांड मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थी. दोनों ही मामलों में चालान भी पेश हो चुका था, जिस पर कोर्ट में सुनवाई हो रही है. आईपीएस मनीष अग्रवाल को इस मामले में 100 दिन से ज्यादा जेल में रहना पड़ा था.

ये था मामला : बता दें कि फरवरी 2021 में यानी तीन साल पहले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी से रिश्वत के आरोप में आईपीएस मनीष अग्रवाल, आरएएस पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल के अलावा दो दलाल एसीबी की गिरफ्त में आए थे. 13 जनवरी 2021 को हुई इस कार्रवाई में दौसा और बांदीकुई के तत्कालीन एसडीएम पुष्कर मित्तल और पिंकी मीणा को एसीबी ने गिरफ्तार किया था, साथ ही आईपीएस मनीष अग्रवाल के दलाल नीरज मीणा को भी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से बंधी लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

पढ़ें : निलंबित आईपीएस मनीष के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति पेश, अब चलेगी ट्रायल

पढ़ें : Rajasthan High Court : पूर्व कलेक्टर इन्द्रसिंह राव और निलंबित IPS मनीष को मिली जमानत

2010 बैच के आईपीएस मनीष अग्रवाल उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पहले उन्हें जम्मू कश्मीर कैडर आवंटित हुआ था, लेकिन ट्रेनिंग के बाद करीब दो साल तक वे वहीं रहे थे. बाद में राजस्थान कैडर की एक आईपीएस अधिकारी से शादी करके मनीष अग्रवाल ने अपना कैडर बदलवा कर जम्मू कश्मीर से राजस्थान शिफ्ट हो गए. हालांकि, बाद में आईपीएस पत्नी से मनीष अग्रवाल का तलाक हो गया था.

जयपुर. राजस्थान के बहुचर्चित दौसा घूस कांड मामले के आरोपी राजस्थान कैडर के आईपीएस मनीष अग्रवाल को भजनलाल सरकार ने तीन साल के बाद बहाल कर दिया. शुक्रवार को कार्मिक विभाग ने आधिकारिक आदेश जारी कर दिए हैं. मनीष अग्रवाल पिछले 3 साल से रिश्वत लेने के मामले में निलंबित चल रहे थे. इससे पहले मनीष अग्रवाल के खिलाफ केंद्र सरकार ने मुकदमा चलाने की अनुमति दी थी. एसीबी ने दौसा घूस कांड मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की थी. दोनों ही मामलों में चालान भी पेश हो चुका था, जिस पर कोर्ट में सुनवाई हो रही है. आईपीएस मनीष अग्रवाल को इस मामले में 100 दिन से ज्यादा जेल में रहना पड़ा था.

ये था मामला : बता दें कि फरवरी 2021 में यानी तीन साल पहले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी से रिश्वत के आरोप में आईपीएस मनीष अग्रवाल, आरएएस पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल के अलावा दो दलाल एसीबी की गिरफ्त में आए थे. 13 जनवरी 2021 को हुई इस कार्रवाई में दौसा और बांदीकुई के तत्कालीन एसडीएम पुष्कर मित्तल और पिंकी मीणा को एसीबी ने गिरफ्तार किया था, साथ ही आईपीएस मनीष अग्रवाल के दलाल नीरज मीणा को भी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से बंधी लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.

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2010 बैच के आईपीएस मनीष अग्रवाल उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. पहले उन्हें जम्मू कश्मीर कैडर आवंटित हुआ था, लेकिन ट्रेनिंग के बाद करीब दो साल तक वे वहीं रहे थे. बाद में राजस्थान कैडर की एक आईपीएस अधिकारी से शादी करके मनीष अग्रवाल ने अपना कैडर बदलवा कर जम्मू कश्मीर से राजस्थान शिफ्ट हो गए. हालांकि, बाद में आईपीएस पत्नी से मनीष अग्रवाल का तलाक हो गया था.

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