जोधपुर. सूरसागर में हुए विवाद के बाद उपजे हालात को लेकर विश्व हिंदू परिषद की अगुवाई में सर्व हिंदू समाज ने सोमवार को पुलिस कमिश्नर व जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. साथ ही विवाद में संलिप्त लोगों को लेकर शिकायत की. इतना ही नहीं मांग की गई कि जिन लोगों के घरों की छतों से पत्थर बरामद हुए हैं, उनके खिलाफ अविलंब राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए.
प्रतिनिधि मंडल के लोगों ने कहा कि अगर शुक्रवार को समझौता हो गया था तो फिर पथराव क्यों किया गया? पथराव की घटना सोची समझी साजिश थी. यानी जानबूझकर क्षेत्र में तनाव पैदा करने की कोशिश की गई है. ऐसे में इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता आरिफ को अविलंब गिरफ्तार किया जाए. प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने कहा कि जब तक आरिफ गिरफ्तार नहीं होगा, तब तक क्षेत्र में शांति नहीं होगी.
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आगे कहा कि मंदिरों के पास नॉनवेज की दुकानें खोल दी गई हैं, जहां रात के दौरान लोगों की भीड़ जमी रहती है. वहीं, पिछले एक दशक से क्षेत्र ऐसी में कई घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. खास तौर से हिंदू वर्ग को निशाना बनाया गया है. कई तो परेशान होकर अपना घर तक छोड़ चुके हैं. साल 2019 में रामनवमी शोभायात्रा में बच्चों व महिलाओं पर हमले किए गए. साथ ही उन्हें जान से मारने तक की धमकी दी गई.
वहीं, सोमवार को सर्व समाज के लोगों ने पुलिस कश्मिनर राजेंद्र सिंह से कहा कि पुलिस केवल हमें घरों में डाल देती है, लेकिन दूसरे पक्ष के लोग रात में सरेआम दुकान खोले बैठे रहते हैं, उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जाता. यही वजह है कि अब क्षेत्र में लोगों का जीना दूभर हो गया है. बहन-बेटियों को कई तरह की दिक्कतें पेश आ रही हैं.
पुलिस को दी अतिक्रमण की जानकारी : ज्ञापन में सर्व हिंदू समाज ने आरोप लगाया कि मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद आरिफ कुरैशी और उसके अन्य साथियों ने क्षेत्र में जगह-जगह सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है. ऐसे में उन जमीनों से अतिशीघ्र अतिक्रमण हटाया जाए. आगे सरकारी सामुदायिक भवन पर भी कब्जा करने की बात कही.