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राजस्थान में रिक्त पदों पर प्रतिस्थापित होंगे सरप्लस शिक्षक, प्रक्रिया जारी

राजस्थान शिक्षा विभाग में स्कूलों में सरप्लस हुए शिक्षकों को रिक्त पदों पर प्रतिस्थापित करने की प्रक्रिया शुरू.

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रिक्त पदों पर प्रतिस्थापित होंगे सरप्लस शिक्षक (ETV BHARAT Bikaner)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

बीकानेर : राज्य में संचालित सरकारी स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों और कर्मियों के समायोजन को लेकर कवायद तेज हो गई है. निदेशालय स्तर पर 14 दिसंबर को शुरू होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले समायोजन प्रक्रिया को पूरी करने की तैयारी है. ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश के हजारों रिक्त पड़े पदों पर सरप्लस शिक्षकों को पदस्थापित कर दिया जाएगा.

इस कारण हुए सरप्लस : दरअसल, प्रदेश में स्कूलों के क्रमोन्नत होने के साथ ही महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के खुलने के बाद पूर्व में संचालित स्कूलों में शिक्षक अधिशेष हो गए हैं. अब समान रूप से सभी स्कूलों में शिक्षकों को लगाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है. इतना ही नहीं अब भी राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मियों के ढेरों पद रिक्त पड़े हैं. ऐसे में जहां रिक्त पद हैं, वहां सरप्लस शिक्षकों और कर्मचारियों को पदस्थापित किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें - राजस्थान के इस महकमे में करीब 15 साल से नहीं हुए ट्रांसफर, विभागीय मंत्री ने कही ये बड़ी बात

गाइडलाइन के मुताबिक होगी प्रक्रिया : शिक्षा विभाग में किसी भी प्रक्रिया को पूरा करना सरल नहीं है. ऐसे में इस प्रक्रिया को लेकर भी एक गाइडलाइन बनाई गई है. करीब 30 बिंदुओं के आधार पर तैयार इस गाइडलाइन के आधार पर ही इस प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.

इस प्रक्रिया से प्रारंभिक शिक्षा विभाग और खास तौर से ग्रामीण क्षेत्र में रिक्त पदों पर पदस्थापन की संभावना है. इससे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों को लाभ होने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रबोधक और शिक्षाकर्मी सहित पंचायत शिक्षकों के पद माध्यमिक शिक्षा के अधीन संचालित स्कूलों में नहीं है. ऐसे में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर की इन स्कूलों से अधिशेष होने वाले इन कार्मिकों का समायोजन प्रारंभिक शिक्षा विभाग के ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में किया जाएगा. हालांकि, अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में चयनित शिक्षकों के अधिशेष होने पर उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में ही लगाया जाएगा.

इसे भी पढ़ें - स्टूडेंट्स ध्यान दें : अब पूरे राजस्थान में एक साथ, एक समय पर और एक कैलेंडर से होंगी परीक्षाएं

तृतीय श्रेणी शिक्षकों की संख्या अधिक : शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार राज्य के स्कूलों में करीब 25 हजार शिक्षक अधिशेष हैं. अधिशेष शिक्षकों और कार्मिकों का समायोजन रिक्त पदों पर किया जाएगा. यदि किसी स्कूल में पद रिक्त है तो पहली प्राथमिकता उसे दी जाएगी. उसके बाद उसी ग्राम पंचायत या ब्लॉक के स्कूल में रिक्त पद पर संबंधित अभिशेष शिक्षक का समायोजन किया जाएगा.

6 दिसंबर तक होगा समायोजन : माध्यमिक शिक्षा विभाग से अधिशेष कार्मिकों की सूची प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सौंपने की कार्यवाही की गई है. सोमवार को प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षा से मिली सूचियों के आधार प्रारंभिक शिक्षा में अधिशेष कार्मिकों की पदवार सूची तैयार होगी. 6 दिसंबर तक अधिशेष शिक्षकों के पदस्थापन आदेश जारी हो सकते हैं.

सीधे पदस्थापन : हालांकि, इस बार काउंसलिंग और पदस्थापन को लेकर विकल्प देने की प्रक्रिया की बजाय गाइडलाइन के अनुसार पदस्थापन किया जाएगा. जबकि आमतौर पर काउंसलिंग प्रक्रिया की जाती है.

बीकानेर : राज्य में संचालित सरकारी स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों और कर्मियों के समायोजन को लेकर कवायद तेज हो गई है. निदेशालय स्तर पर 14 दिसंबर को शुरू होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा से पहले समायोजन प्रक्रिया को पूरी करने की तैयारी है. ऐसे में माना जा रहा है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में प्रदेश के हजारों रिक्त पड़े पदों पर सरप्लस शिक्षकों को पदस्थापित कर दिया जाएगा.

इस कारण हुए सरप्लस : दरअसल, प्रदेश में स्कूलों के क्रमोन्नत होने के साथ ही महात्मा गांधी अंग्रेजी मीडियम स्कूलों के खुलने के बाद पूर्व में संचालित स्कूलों में शिक्षक अधिशेष हो गए हैं. अब समान रूप से सभी स्कूलों में शिक्षकों को लगाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गई है. इतना ही नहीं अब भी राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मियों के ढेरों पद रिक्त पड़े हैं. ऐसे में जहां रिक्त पद हैं, वहां सरप्लस शिक्षकों और कर्मचारियों को पदस्थापित किया जाएगा.

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गाइडलाइन के मुताबिक होगी प्रक्रिया : शिक्षा विभाग में किसी भी प्रक्रिया को पूरा करना सरल नहीं है. ऐसे में इस प्रक्रिया को लेकर भी एक गाइडलाइन बनाई गई है. करीब 30 बिंदुओं के आधार पर तैयार इस गाइडलाइन के आधार पर ही इस प्रक्रिया को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं.

इस प्रक्रिया से प्रारंभिक शिक्षा विभाग और खास तौर से ग्रामीण क्षेत्र में रिक्त पदों पर पदस्थापन की संभावना है. इससे ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों को लाभ होने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्रबोधक और शिक्षाकर्मी सहित पंचायत शिक्षकों के पद माध्यमिक शिक्षा के अधीन संचालित स्कूलों में नहीं है. ऐसे में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर की इन स्कूलों से अधिशेष होने वाले इन कार्मिकों का समायोजन प्रारंभिक शिक्षा विभाग के ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में किया जाएगा. हालांकि, अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में चयनित शिक्षकों के अधिशेष होने पर उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी और उन्हें अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में ही लगाया जाएगा.

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तृतीय श्रेणी शिक्षकों की संख्या अधिक : शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार राज्य के स्कूलों में करीब 25 हजार शिक्षक अधिशेष हैं. अधिशेष शिक्षकों और कार्मिकों का समायोजन रिक्त पदों पर किया जाएगा. यदि किसी स्कूल में पद रिक्त है तो पहली प्राथमिकता उसे दी जाएगी. उसके बाद उसी ग्राम पंचायत या ब्लॉक के स्कूल में रिक्त पद पर संबंधित अभिशेष शिक्षक का समायोजन किया जाएगा.

6 दिसंबर तक होगा समायोजन : माध्यमिक शिक्षा विभाग से अधिशेष कार्मिकों की सूची प्रारंभिक शिक्षा विभाग को सौंपने की कार्यवाही की गई है. सोमवार को प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा माध्यमिक शिक्षा से मिली सूचियों के आधार प्रारंभिक शिक्षा में अधिशेष कार्मिकों की पदवार सूची तैयार होगी. 6 दिसंबर तक अधिशेष शिक्षकों के पदस्थापन आदेश जारी हो सकते हैं.

सीधे पदस्थापन : हालांकि, इस बार काउंसलिंग और पदस्थापन को लेकर विकल्प देने की प्रक्रिया की बजाय गाइडलाइन के अनुसार पदस्थापन किया जाएगा. जबकि आमतौर पर काउंसलिंग प्रक्रिया की जाती है.

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