सूरजपुर: करीब तीन साल पहले सूरजपुर में यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए बस स्टैंड बनाए गए. बस स्डैंट भी ऐसे बनाए गए जो बिल्कुल हाईटक हैं. बड़ी संख्या में रोज यहां से सवारियां कई जिलों और शहरों में बसों से ट्रैवेल करती हैं. बावजूद इसके रात होते ही यहां सन्नाटा पसर जाता है. रात के वक्त यहां कोई भी मुसाफिर किसी भी कीमत पर नहीं रुकना चाहता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि रात होते ही यहां गुंडे बदमाशों का अड्डा लग जाता है. शराबखोरी की घटनाएं यहां रात के वक्त आम बात है. डर से कोई मुसाफिर यहां नहीं रुकना चाहता है.
हाईटेक बस स्टैंड में खौफ का डेरा: 5 जनवरी 2021 को इस हाईटेक बस स्टैंड की शुरुआत की गई. सुविधा से लैस इस बस स्टैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए. लोगों की सुरक्षा और जान माल की हिफाजत के लिए पुलिस सहायता केंद्र खोला गया. पर लोगों का कहना है कि यहां कभी भी पुलिस सहायता केंद्र पर नहीं मिलती. खुद पुलिस के अफसर भी ये मानते हैं कि सहायता केंद्र में पुलिस नहीं रहते. इसकी वजह बताते हैं कि फोर्स की कमी है. पर वो ये जरुर दावा करते हैं कि गश्ती टीम लगातार वहां जाकर घूमती रहती है. आने वाले दिनों में पुलिस की टीम वहां उपलब्ध कराई जाएगी.
लोगों को लगता है यहां रात के वक्त डर: यहां आने वाले मुसाफिरों का कहना है कि असामाजिक तत्वों का यहां डेरा रहता है. रात के वक्त इस बस स्टैंड में कोई भी रुकना नहीं चाहता है. शाम के बाद से ही यहां सन्नाटा पसरने लगता है. पुलिस जरुर ये कह रही है कि रोस्टर तैयार कर तीन शिफ्टों में यहां कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी.