सुकमा: बस्तर में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में चुनाव है. चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई है. सभी जिलों में स्थानीय पुलिस के साथ साथ सीआरपीएफ और डीआरजी जवानों की तैनाती की गई है. इस दौरान लगातार बस्तर में नक्सल एनकाउंटर और कई नक्सलियों का सरेंडर भी जारी है. बुधवार को सुकमा में एक बड़े इनामी नक्सली ने सरेंडर किया.
8 लाख के इनामी नक्सली का सरेंडर: सरेंडर करने वाले नक्सली का नाम समैया सोढ़ी है, जिसकी उम्र 30 साल है. सोढ़ी प्रतिबंधित नक्सली संगठन की सेंट्रल रीजनल कमांड (सीआरसी) कंपनी नंबर 2 की पीपुल्स पार्टी कमेटी का सदस्य था. छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय था और कई नक्सली घटनाओं में सुरक्षाकर्मियों पर हमलों में शामिल रह चुका है. बस्तर में साल 2015 से साल 2021 तक बीजापुर, कांकेर और सुकमा में जवानों पर हमले की कई घटनाओं में शामिल रह चुका है.
पुना नारकोम पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर किया सरेंडर: जिला पुलिस के नक्सलियों के पुनर्वास अभियान 'पुना नारकोम' (स्थानीय गोंडी बोली में गढ़ा गया एक शब्द, जिसका अर्थ है 'नया सवेरा, नई शुरुआत') से प्रभावित होकर नक्सली ने सरेंडर किया. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के प्रावधानों के अनुसार सुविधाएं दी जाएगी.