बाड़मेर. कलेक्टर टीना डाबी ने चौहटन कस्बे में सफलतापूर्वक आयोजित हुए मारवाड़ के मरुकुभ सुईयां पोषण मेले लिए पूरी प्रशासनिक टीम, पुलिस टीम और मठ प्रबंधन को बधाई दी है. जिला कलक्टर ने बताया कि इस मेले को सफलतापूर्वक कराना हमारा लिए चुनौती थी, जिसे पूरी टीम के साथ सफलतापूर्व सम्पन्न करवाया गया. अनुमान है कि इस मेले में लगभग 8 से 10 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा एक महीने पहले से ही इस मेले के आयोजन की तैयारियों के लिए बैठकें ली गई. संभागीय आयुक्त और पुलिस विभाग की ओर से रेंज आईजी द्वारा भी तैयारियों का जायजा लिया गया. यहां व्यवस्थाओं के लिए जिले के सभी एसडीएम, तहसलीदार, चिकित्सा विभाग के अधिकारी, पीएचईडी, डिस्कॉम, पीडब्लूडी, नगर परिषद और नगर पालिका के कार्मिकों के साथ पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी और 1600 पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया था.
चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे पुलिसकर्मी: मेले में सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे. जिला पुलिस अधीक्षक नरेन्द्रसिंह मीना के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप अधीक्षक, पुलिस निरीक्षक सहित लगभग 1600 पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया था. मेला स्थल की सुरक्षा के लिए दो पारियों में जवानों की ड्यूटी लगाई गई. मोबाइल कनेक्टीविटी नहीं होने की स्थिति में सभी को वायरलैस हैंड सिटी दिए गए.
पार्किंग की विशेष व्यवस्था : उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने बताया कि वाहनों को सुव्यवस्थित रूप से पार्क किया जा सके इसके लिए पहले ही पार्किंग का टेंडर कर, पार्किंग स्थल का चयन किया गया और 10 हजार वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई. चौहटन कस्बे के चारों दिशाओं बाड़मेर रोड, बाखासर, रामसर और बिंझवाड़ रोड, इसरोल रोड पर पार्किंग की व्यवस्था की गई.
13 मेला मजिस्ट्रेटों ने संभाली व्यवस्था: इस मेले के सफल आयोजन के लिए जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी को नोडल अधिकारी और अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत को सह नोडल अधिकारी बनाया गया था. चौहटन उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान को मेला मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था, उनकी सहायता के लिए 13 सहायक मेला मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे.
100 सीसीटीवी लगाकर की गई निगरानी : उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान ने बताया कि चौहटन कस्बे में एक कंट्रोल रूम बनाया गया था. मेले की निगरानी के लिए चौहटन कस्बे सहित 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए, जिनकी निगरानी स्वयं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलनीचामी ने की. सभी मेला मजिस्ट्रेटों को वॉकीटॉकी दिए गए थे, ताकि मोबाइल नेटवर्क नहीं आने पर वो आपस में सम्पर्क में रह सकें.