बिलासपुर: सरकंडा थाना के प्रधान आरक्षक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. खाना खाने के बाद घर से टहलने के लिए निकले प्रधान आरक्षक देर रात तक वापस घर नहीं पहुंचे. घर वालों ने सरकंडा थाने में फोन लगाया और पूछताछ की. पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी हेड कॉन्सटेबल के घर के पास पहुंची. रातभर उन्हें ढूंढती रही, देर रात 3 बजे पुलिस ने उनके ही घर के पीछे नीम के पेड़ पर प्रधान आरक्षक का शव फांसी के फंदे पर लटका देखा.
परेशान प्रधान आरक्षक ने की खुदकुशी: हेड कॉन्सटेबल का नाम लखन सिंह मेश्राम है. उनकी उम्र 53 साल है. मोपका के रहने वाले थे और सरकंडा थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर ड्यूटी करते थे. थाने में मालखाने की जिम्मेदारी दी गई थी. शुक्रवार रात को किसी बात को लेकर लखन सिंह परेशान दिख रहे थे. परेशानी की वजह से ड्यूटी के बाद भी घर नहीं गए और थाने में ही रुके रहे. पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ने शाम 7 बजे उन्हें उनके घर छोड़ा.
घर से टहलने निकले और वापस नहीं आए: रात 11 बजे खाना खाने के बाद प्रधान आरक्षक टहलने की बात कहकर घर से निकला और घर के पीछे नीम के पेड़ में रस्सी बांधकर खुदकुशी कर ली. करीब 1:00 बजे तक उनके घर वापस नहीं लौटने पर परिजनों की चिंता बढ़ गई. परिजनों ने घटना की सूचना सरकंडा थाने को दी, तब पुलिस टीम रात भर उनकी तलाश करती रही. करीब 3:00 बजे पुलिस ने देखा कि घर के पीछे नीम पेड़ में प्रधान आरक्षक का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई की.
थाने के आरक्षक ने अपने घर के पीछे पेड़ पर खुदकुशी की है. कारण अब तक सामने नहीं आया है. मर्ग कायम कर जांच की जा रही है.- सिद्धार्थ बघेल, एसडीओपी
नहीं मिला सुसाइड नोट, जांच जारी: फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद ही प्रधान आरक्षक के सुसाइड के कारणों का पता चल पाएगा.