अलीगढ़ : अलीगढ़ में कॉन्वेंट स्कूल की छात्रा के सुसाइड करने के बाद मामला तूल पड़ रहा है. सोमवार को स्कूल के सामने छात्रों ने प्रदर्शन किया. रामघाट रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल के गेट पर छात्रों ने आत्महत्या मामले में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया गया. छात्रों ने स्कूल मैनेजमेंट पर बात न सुनने का आरोप लगाया. साथ ही स्कूल में काउंसलर की व्यवस्था किए जाने की मांग की.
बता दें, पिछले शुक्रवार को प्राइवेट स्कूल की 10वीं की छात्रा ने घर में आत्महत्या कर ली थी. पिता एएमयू में आफिसर पद पर तैनात हैं. बताया जा रहा है कि स्कूल के ही फ्रेंड से बात करने पर उसे स्कूल के ऑफिस में डांट पड़ी थी. इसके बाद वह तनाव में थी. हालांकि परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाया और न ही पुलिस में कोई शिकायती पत्र दिया है. सोमवार को स्कूल खुलने पर गेट के सामने स्कूल के छात्रों ने प्रदर्शन किया.
छात्राओं का कहना है कि मौत को गले लगाने वाली छात्रा के साथ अन्याय हुआ है. इस तरह की घटनाएं आगे न हों, इसलिए वे स्कूल मैनेजमेंट से बात करना चाहते हैं. स्कूल के मिसमैनेजमेंट की वजह से उसकी वयस्कता नहीं देखी गई इसलिए इनोसेंट लड़की को कदम उठाना पड़ा. प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने कहा कि स्कूल में कोई काउंसलर नहीं है जिससे उन मैच्योर बातों पर एक्शन लिया जा सके.
एक छात्रा ने बताया कि मृतक छात्रा को बार-बार बुलाकर अपमानित किया गया था. उसके परिवार के सामने उसे अपमान का दंश झेलना पड़ा. यह नहीं करना चाहिए था, यह कोएड स्कूल है. उसका कहना है कि स्कूल का सिस्टम सावधानीपूर्वक एक्शन ले, छोटी सी बात को लेकर किसी भी छात्रा को अपमानित न करे. छात्रा ने बताया कि वह मेरे ही सेक्शन की छात्रा थी. गेम्स पीरियड में एक लड़के से बात कर रही थी. इसके बाद उसे प्रिंसिपल ऑफिस में ले जाया गया. बार-बार परिजनों को बुलाया गया. इससे उसके अंदर फीयर पैदा हो गया. स्कूल प्रशासन को जिम्मेदारियों के दायरे में एक्शन लेना चाहिए.
एक अन्य छात्रा ने बताया कि हमारी सहपाठी छात्रा के साथ इनजस्टिस हुआ है. इस तरह की घटना किसी और के साथ भी हो सकती है. इसलिए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रोटेस्ट कर रहे हैं. वहीं प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने प्रिंसिपल से मिलने की बात कहीं और अपनी मांगों को सामने रखा है. इसी स्कूल से पास आउट हो चुके छात्र ने अपना नाम न बताते हुए कहा कि इस स्कूल में छात्रों की काउंसिलिंग के लिए कोई सिस्टम नहीं है. इसलिए इस तरह की घटना हुई है. बच्चों की मानसिकता को समझने के लिए एक काउंसलर की जरूरत है.
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