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बीमारी के चलते जेल से बाहर आए उद्यमी नवीन जैन, उर्सला में चल रहा इलाज - businessman naveen jain in hospital - BUSINESSMAN NAVEEN JAIN IN HOSPITAL

टैक्स चोरी के मामले में उद्यमी नवीन जैन को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा गया था. लेकिन, दो दिन में ही तबीयत बिगड़ने के चलते नवीन जैन को अस्पताल में शिफ्ट किया गया है.

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उद्यमी नवीन जैन अस्पताल में शिफ्ट (photo credit- Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 3, 2024, 1:05 PM IST

कानपुर: कुछ दिनों पहले ही 52 करोड़ की टैक्स चोरी मामले में डीजीजीआई की टीम ने कामधेनु सरिया के मालिक और उद्यमी नवीन जैन को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था. हालांकि, उद्यमी नवीन जैन जेल में महज 1 से 2 दिन ही रहे और उसके बाद उन्होंने अपनी बीमारी का हवाला देकर वहां से खुद को शिफ्ट कर लिया. मौजूदा समय में उद्यमी नवीन जैन का इलाज शहर के उर्सुला अस्पताल में चल रहा है. यह बात भी चर्चा में है, कि जमीन नवीन जैन को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.

इस पूरे मामले पर कानपुर के जेल अधीक्षक डॉक्टर बीडी पांडे ने बताया, कि उद्यमी नवीन जैन को जब जेल लाया गया था तो उसके बाद 24 घंटे के अंदर ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी. उन्हें हार्ट से जुड़ी समस्या हुई थी. जिसके बाद उन्हें जेल से कार्डियोलॉजी अस्पताल भेजा गया था. हालांकि, वहां से उन्हें जांच के बाद उर्सला अस्पताल में रेफर कर दिया गया और वही उनका इलाज चल रहा है. जेल अधीक्षक ने कहा, जब किसी बंदी का इलाज चलता है तो उस पर हम किसी तरीके का दबाव नहीं बना सकते,और नियम भी यह है कि जब बंदी का इलाज हो जाएगा, तो उसके बाद ही उसे जेल में लाया जाएगा.

इसे भी पढ़े-कानपुर के सरिया कारोबारी के घर-दफ्तर पर छापेमारी; 52 करोड़ रुपए की GST चोरी पकड़ी, भेजा जेल - Tax evasion of Rs 52 crore Kanpur

हार्ट से संबंधित जांच हुई तो कुछ भी नहीं निकला: उद्यमी नवीन जैन ने जेल के अफसर को बताया था, कि उन्हें हार्ट में दिक्कत है. इसके अलावा हर्निया, शुगर,बीपी और स्लिप डिस्क समेत अन्य गंभीर बीमारियां भी हैं. सीने में तेज दर्द के बाद ही उन्हें जेल से कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया था. लेकिन, जब कार्डियोलॉजी में जांच हुई, तो उन्हें हार्ट से संबंधित कोई भी गंभीर बीमारी सामने नहीं आई है. ट्रैकीकार्डिया यानी हार्टबीट अनियंत्रित होने की शिकायत जरूर थी, जिस पर कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों ने दोबारा उसे रेफर कर दिया है. जहां पर उनका इलाज जारी है. वहीं, इस मामले में शुक्रवार को आरोपी की तरफ से प्रभारी स्पेशल सीजेएम आनंदेश सिंह की कोर्ट में जमानत को लेकर सुनवाई की गई थी, जिसमें उनकी जमानत अर्जी को भी खारिज कर दिया गया था.


उद्यमियों के बीच चर्चा का विषय बन गए थे नवीन जैन: शहर में कुछ दिनों पहले जब डीजीजीआई की टीम ने उद्यमी नवीन जैन को अरेस्ट किया था तो, वह उद्यमियों के बीच चर्चा का विषय बन गए थे. डीजीजीआई की टीम ने 52 करोड रुपये की कर चोरी के साक्ष्यों के आधार पर ही नवीन जैन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. वहीं इस मामले में डीजीजीआई की ओर से लगातार जांच भी जारी है.


यह भी पढ़े-पहले आटा चक्की, फिर जूता कारोबार, बेडरूम में रुपयों का अंबार, IT टीम ने बैंक में जमा करा दी 'काली कमाई' - Agra IT Raid

कानपुर: कुछ दिनों पहले ही 52 करोड़ की टैक्स चोरी मामले में डीजीजीआई की टीम ने कामधेनु सरिया के मालिक और उद्यमी नवीन जैन को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था. हालांकि, उद्यमी नवीन जैन जेल में महज 1 से 2 दिन ही रहे और उसके बाद उन्होंने अपनी बीमारी का हवाला देकर वहां से खुद को शिफ्ट कर लिया. मौजूदा समय में उद्यमी नवीन जैन का इलाज शहर के उर्सुला अस्पताल में चल रहा है. यह बात भी चर्चा में है, कि जमीन नवीन जैन को वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है.

इस पूरे मामले पर कानपुर के जेल अधीक्षक डॉक्टर बीडी पांडे ने बताया, कि उद्यमी नवीन जैन को जब जेल लाया गया था तो उसके बाद 24 घंटे के अंदर ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी. उन्हें हार्ट से जुड़ी समस्या हुई थी. जिसके बाद उन्हें जेल से कार्डियोलॉजी अस्पताल भेजा गया था. हालांकि, वहां से उन्हें जांच के बाद उर्सला अस्पताल में रेफर कर दिया गया और वही उनका इलाज चल रहा है. जेल अधीक्षक ने कहा, जब किसी बंदी का इलाज चलता है तो उस पर हम किसी तरीके का दबाव नहीं बना सकते,और नियम भी यह है कि जब बंदी का इलाज हो जाएगा, तो उसके बाद ही उसे जेल में लाया जाएगा.

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हार्ट से संबंधित जांच हुई तो कुछ भी नहीं निकला: उद्यमी नवीन जैन ने जेल के अफसर को बताया था, कि उन्हें हार्ट में दिक्कत है. इसके अलावा हर्निया, शुगर,बीपी और स्लिप डिस्क समेत अन्य गंभीर बीमारियां भी हैं. सीने में तेज दर्द के बाद ही उन्हें जेल से कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया था. लेकिन, जब कार्डियोलॉजी में जांच हुई, तो उन्हें हार्ट से संबंधित कोई भी गंभीर बीमारी सामने नहीं आई है. ट्रैकीकार्डिया यानी हार्टबीट अनियंत्रित होने की शिकायत जरूर थी, जिस पर कार्डियोलॉजी के डॉक्टरों ने दोबारा उसे रेफर कर दिया है. जहां पर उनका इलाज जारी है. वहीं, इस मामले में शुक्रवार को आरोपी की तरफ से प्रभारी स्पेशल सीजेएम आनंदेश सिंह की कोर्ट में जमानत को लेकर सुनवाई की गई थी, जिसमें उनकी जमानत अर्जी को भी खारिज कर दिया गया था.


उद्यमियों के बीच चर्चा का विषय बन गए थे नवीन जैन: शहर में कुछ दिनों पहले जब डीजीजीआई की टीम ने उद्यमी नवीन जैन को अरेस्ट किया था तो, वह उद्यमियों के बीच चर्चा का विषय बन गए थे. डीजीजीआई की टीम ने 52 करोड रुपये की कर चोरी के साक्ष्यों के आधार पर ही नवीन जैन को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. वहीं इस मामले में डीजीजीआई की ओर से लगातार जांच भी जारी है.


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