जयपुर : राज्य स्तरीय सब जूनियर ताइक्वांडो प्रतियोगिता जयपुर में संपन्न हुई. 2 दिन चली इस प्रतियोगिता में राज्य भर से आए 7 से 12 वर्ष के 200 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया. इस प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे, जो ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित की जाएगी. वहीं, ताइक्वांडो के फर्जी सर्टिफिकेशन मामले पर भी राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के पदाधिकारी ने अपना बयान जारी किया है.
राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के सचिव लक्ष्मण हाडा ने बताया कि वर्ष 2023 में राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के चुनाव हुए थे. इसमें उत्तम सैनी को अध्यक्ष चुना गया, जबकि उन्हें सचिव चुना गया था. कुछ लोग फर्जी संगठन बनाकर ताइक्वांडो के फर्जी सर्टिफिकेट बेच रहे हैं, जो काफी गलत है. चुनाव के बाद हमारी ओर से ही संगठन को चलाया जा रहा है और कई प्रतियोगिताएं हमारी ओर से ही आयोजित की गई हैं. राजस्थान में ताइक्वांडो का सिर्फ एक ही संगठन है. अन्य लोगों का इससे कोई लेना-देना नहीं है.
हमें पता चला कि कुछ लोग ताइक्वांडो की फर्जी खेल प्रमाण पत्र बांट रहे हैं और पुलिस ने भी कार्रवाई की है. इसके बाद हमने जल्द ही राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन की बैठक बुलाई है. : उत्तम सैनी, अध्यक्ष, राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन
पढ़ें. सरकारी नौकरी के लिए एक-एक लाख रुपए लेकर बांटे फर्जी खेल प्रमाण पत्र, ताइक्वांडो संघ का सचिव गिरफ्तार
ये था मामला : दरअसल, हाल ही में एसओजी टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ताइक्वांडो के फर्जी खेल प्रमाण पत्र बनाने वाले कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें ताइक्वांडो एसोसिएशन के एक पदाधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया था. बताया जा रहा है कि इनकी ओर से रुपए लेकर संगठन की सील और मोहर से सर्टिफिकेट बेचे गए थे, इन सर्टिफिकेट के आधार पर कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली अलग-अलग भर्तियों में खेल कोटे से नौकरी पाने के लिए खेल प्रमाण लगाए गए थे और बोर्ड की ओर से लगभग 72 अभ्यर्थियों की सूची भी जारी की गई थी. यह सभी सर्टिफिकेट दलालों के मार्फत बनाए गए थे, जिसको लेकर जांच फिलहाल जारी है.