रुद्रपुर: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जिस तरह से डॉक्टर की रेप के बाद हत्या की गई है, उसी तरह का एक मामला बीते दिनों उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में भी सामने आया था. रुद्रपुर में निजी हॉस्पिटल की नर्स के साथ भी 30 जुलाई को इसी तरह की बर्बरता हुई थी, जिसका पुलिस ने 14 अगस्त को खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया था, लेकिन नर्स के परिजन पुलिस थ्योरी से संतुष्ट नहीं है. इसीलिए उन्होंने इस मामले की भी सीबीआई जांच की मांग की है.
शनिवार 17 अगस्त को रुद्रपुर नर्स रेप हत्याकांड की सीबाआई जांच की मांग को लेकर उधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में लोगों ने एसएसपी कार्यालय के बाहर धरना दिया. उससे पहले सरदार भगत सिंह महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने अस्पताल और उसके बाद एसएसपी कार्यालय तक जुलूस भी निकाला. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुई कई आरोप भी लगाए.
प्रदर्शनकारियों का आरोप: प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नर्स काफी बहादुर थी और जीम भी जाती थी. इसीलिए उन्हें आशंका है कि कोई एक व्यक्ति उसे खींचकर झाड़ियों ने नहीं ले जा सकता है. इसीलिए उन्हें शक है कि इस वारदात में कोई और भी शामिल है. उन्होंने पुलिस पर पूरे प्रकरण की जांच ठीक से न करने का आरोप लगाया.
उधमसिंह नगर एसएसपी ने प्रदर्शनकारियों को समझाया: प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और सही आरोपी को गिरफ्तार कर उसे फांसी दी जानी चाहिए. हालांकि उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने प्रदर्शनकारियों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वो किसी को सुनने को तैयार नहीं थी.
पुलिस ने 14 अगस्त को किया था खुलासा: 14 अगस्त को उधमसिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने ही मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया था कि 31 जुलाई को रुद्रपुर कोतवाली में नर्स के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की.
पुलिस ने बताया कि नर्स का पता लगाने के लिए उन्होंने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी. सीसीटीवी फुटेज में नर्स 30 जुलाई रात को हॉस्पिटल से निकलने के बाद उधमसिंह नगर जिले की सीमा से सटे यूपी के बिलासपुर जिले के रास्ते पर जाती हुई दिख रही है. लेकिन ई-रिक्शा से उतरने के बाद नर्स का कुछ पता नहीं चला, क्योंकि आगे कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ था. बता दें कि नर्स का घर बिलासपुर जिले में उधमसिंह नगर जिले की सीमा से सटे हुए इलाके में ही है.
उधमसिंह नगर पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी कि इसी बीच यूपी की बिलासपुर पुलिस को 8 अगस्त को एक शव मिला, जिसकी शिनाख्त गुमशुदा नर्स के रूप में हुई. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराया तो सामने आया है कि नर्स के रेप के बाद बड़ी बेरहमी से हत्या की गई थी.
इसी बीच उधमसिंह पुलिस को नर्स के मोबाइल की लोकेशन राजस्थान में मिली. उसी मोबाइल की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि आरोपी बिलासपुर का ही रहने वाला है. 30 जुलाई को रात को जब नर्स हॉस्पिटल से वापस घर जा रही थी तो बीच रास्ते में अंधेरे और अकेले पन का फायदा उठाकर वो नर्स को घसीकर झाड़ियों ने ले गया था, जहां नर्स में अपनी जान बचाने के लिए काफी संघर्ष किया. तभी आरोपी ने नर्स का सिर सड़क पर पटक दिया और उसके साथ रेप किया. आरोपी यहीं नहीं रूका. इसके बाद उसने नर्स की चुन्नी से उसका गल घोंट दिया. आखिर में आरोपी नर्स का मोबाइल और पैसे लेकर फरार हो गया. पुलिस के इस खुलासे पर परिजन और छात्र विश्वास नहीं कर रहे है.
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