सूरजपुर : ठग रोजाना लोगों को चूना लगाने के लिए नए-नए तरीके इजाद करते हैं. कभी पार्सल भेजकर तो कभी क्यू आर कोड स्कैन करवाकर ठग आपकी गाढ़ी कमाई लूट लेते हैं. कई मामलों में पुलिस आरोपियों को पकड़ती है,लेकिन आज भी कई मामले ऐसे हैं,जिनमें बैंक के पास ठगों का चोरी किया गया पैसा जमा है. ठगों की खासियत ये होती है कि यदि एक पैटर्न पर हजारों लोगों से ठगी हो चुकी होती है तो दूसरे पैटर्न पर लोगों को अपना शिकार बनाने का सिलसिला शुरु करते हैं.
छात्रा को बनाया ठगी का शिकार : छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में ऐसा ही ठगी का मामला सामने आया है.जहां दसवीं की छात्रा के साथ ठगी की घटना हुई है.सूरजपुर के प्रेमनगर में माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम पर छात्रा के साथ ठगी की गई है. इस मामले में नवापारा कला निवासी गंवर सिंह की बेटी नीलिमा को ठगों ने अपना शिकार बनाया. गंवर सिंह ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की है.
माध्यमिक शिक्षा मंडल का अफसर बनकर ठगी : थाने में दर्ज शिकायत के मुताबिक गंवर सिहं की बेटी ने हाल ही में दसवीं की परीक्षा दी थी. 9 अप्रैल को गंवर सिंह के फोन पर एक कॉल आया.जिसमें सामने वाले शख्स ने खुद को माध्यमिक शिक्षा मंडल का अधिकारी बताया.इसके बाद नीलिमा की सारी जानकारी फोन पर दी गई.जब परिवार वालों को यकीन हो गया कि फोन माध्यमिक शिक्षा मंडल से ही आया है तो फोन करने का कारण पूछा गया. इस पर फोन पर नीलिमा का रिजल्ट शेयर किया गया.जिसमें ये बताया गया कि नीलिमा फेल है.यदि वो पास होना चाहती है तो 4500 रुपए दे दे.
परिवार ने पैसे ट्रांसफर किए : इसके बाद परिवार ने बेटी की भविष्य की चिंता करते हुए 4500 रुपए बताए गए नंबर पर ट्रांसफर कर दिए.लेकिन इसके बाद भी फोन पर और पैसों की डिमांड की गई. जब पिता को शक हुआ तो वो सीधे थाने पहुंचे और मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने इस मामले की शिकायत दर्ज करके जांच शुरु कर दी है.
'पीड़िता ने लिखित आवेदन देकर शिकायत की है.अभी संक्षिप्त में जानकारी मिली है.पीड़िता को परीक्षा में फेल होने झांसा दिया गया. वाट्सअप कॉल के माध्यम से फर्जी अंकसूची भेजी गई.इसके बाद पास करने के लिए 4500 रुपए मांगें. पीड़िता ने जब ठग के अकाउंट में पैसे डाल दिए तो दूसरी अंकसूची भेजी गई.जिसमें ये कहा गया कि नंबर बढ़ा दिए गए हैं.इसलिए और 3500 रुपए लगेंगे.दोबारा पैसे मांगने पर पीड़िता ने इसकी शिकायत पुलिस से की है.' संतोष महतो,एएसपी
आपको बता दें कि बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट कुछ समय बाद जारी होंगे.लिहाजा ठगों ने स्कूली छात्रों की जानकारी निकालकर उन्हें झांसे में लेना शुरु किया है. यदि आपके नंबर पर भी इस तरह के कॉल आए और पैसों की मांग करें तो तत्काल इसकी जानकारी सायबर सेल या नजदीकी पुलिस थाने में दें.ताकि ठगी की घटना से बच सके.