उत्तरकाशी: यमुनोत्री हाईवे पर शिवगुफा से लेकर महर गांव तक लगाई गई स्ट्रीट लाइटें शोपीस बनी हुई हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि एक साल पूर्व लगाई गई ये लाइटें आज तक चालू नहीं हो पाई हैं. इसके चलते दिन ढलते ही हाईवे अंधेरे में डूबा रहता है.
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी चारधाम सड़क परियोजना में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गत वर्ष निर्माण कंपनी ने शिवगुफा से लेकर महर गांव तक स्ट्रीट लाइटें लगाई थी. करीब 12 स्ट्रीट लाइटों को निर्धारित दूरी पर लगाया गया था. आधुनिक स्ट्रीट लाइटों के लगने से लोग दिन ढलते ही अंधेरे में डूब जाने वाले हाईवे पर रोशनी की उम्मीद कर रहे थे. लेकिन एक साल बाद भी ये स्ट्रीट लाइटें नहीं जल पाई हैं. इस कारण यात्रा काल में जहां यात्रियों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं.
वहीं, स्थानीय लोगों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है. वहीं, स्ट्रीट लाइटें नहीं जलने से हाईवे पर सड़क दुर्घटना का भी खतरा बना रहता है. स्थानीय राजेश सिलवाल, राकेश नौटियाल, रामनिवास बिजल्वाण, सुभाष खंडूड़ी ने बताया कि एक साल पूर्व ही इन स्ट्रीट लाइटों को लगाया गया था. लेकिन आज तक भी यह नहीं जल पाई हैं. इसके कारण चारधाम यात्रियों को भी असुविधा का सामना करना पड़ता है. उन्होंने शासन-प्रशासन से बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों को जलाने की मांग की है.
स्ट्रीट लाइटों का बिजली का बिल कौन भरेगा, इसे लेकर कुछ संशय की स्थिति बनी हुई थी. इसे लेकर हाईवे चौड़ीकरण करने वाली कंपनी को निर्देशित किया गया है कि शीघ्र स्ट्रीट लाइटों को चालू किया जाए. मनोज रावत,अधिशासी अभियंता एनएच बड़कोट
पढ़ें-गंगोत्री हाईवे पर टनल में अंधेरे से हादसों का खतरा, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध