बाराबंकी: जिले की पुलिस अब अपराधियों के साथ-साथ गायब हुए आवारा कुत्तों को भी तलाश करेगी. चौंकिए मत, यह सच है. क्योंकि एक व्यक्ति ने जानवरों पर लगातार क्रूरता और अपने विला में सो रहे दो आवारा कुत्तों को सिक्योरिटी एजेंसी के कर्मचारियों और गार्ड पर गायब करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सिम्बा की तलाश शुरू कर दी है.
नगर कोतवाली अंतर्गत सफेदाबाद के करीब शालीमार पैराडाइज के एफ-2 विला निवासी एके पांडे ने नगर कोतवाली में तहरीर दी है. जिसमें बताया कि आरडब्ल्यूएस आईएसएस सेक्योरिटी एजेंसी द्वारा शालीमार पैराडाइज टाउनशिप सफेदाबाद में नियमित रूप से जानवरों पर क्रूरता की जा रही है. आरोप है कि उनके विला के पास एसी चेकपोस्ट पर तैनात सिक्योरिटी स्टाफ चन्द्रकुमार ने उनकी अनुपस्थिति के दौरान 28 दिसम्बर की रात से 29 दिसम्बर 2024 की सुबह तक जानबूझकर उनके विला के गेट को खोले रखा. इसके साथ ही उनके परिसर में सो रहे दो आवारा कुत्तों को गायब कर दिया, जिन्हें उन्होंने अपने विला में आश्रय दिया था.
एके पांडे ने अपनी तहरीर में लिखा है कि दोनों कुत्तों का टीकाकरण कराया गया है और नगर निगम में भी पंजीकृत हैं. आरोप है कि सिम्बा नाम का एक कुत्ता 3 दिन से लापता है. वो जिंदा है या मर गया इसके बारे में कोई जानकारी नही मिल पा रही है. उनके घर के सीसीटीवी फुटेज मौजूद हैं लेकिन उनके विला के आसपास सोसायटी के सीसीटीवी फुटेज को जानबूझकर सोसायटी के कंट्रोल रूम से हटा दिए गए हैं. पांडे का आरोप है कि कई वर्षों से रह रहे इन आवारा कुत्तों को गायब करने की योजना में कुछ अन्य सुरक्षा कर्मचारी,आरडब्ल्यूएस कर्मचारी और स्थानीय निवासी भी शामिल हैं.
नगर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि कुत्ते के गायब होने के मामले में सिक्योरिटी स्टाफ चन्द्रकुमार व आरडब्ल्यूएस आईएसएस सिक्योरिटी एजेंसी के विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. दो आरोपी गार्डों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है.
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