सिमडेगा: झारखंड की बेटी सलीमा टेटे का चयन अर्जुन पुरस्कार के लिए किया गया है. इस खबर के बाद से ही खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल है. सिमडेगा की इस बेटी ने गरीबी और संघर्ष के कंटीलों रास्तों पर चलकर लंबा सफर तय किया है. तब जाकर विश्व स्तर पर अपनी एक पहचान बनाई है. अर्जुन पुरस्कार खिलाड़ियों को दिए जाने वाला वह पुरस्कार है, जो भारत सरकार द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को दिया जाता है. जिसकी शुरुआत वर्ष 1961 में हुई थी.
सलीमा टेटे झारखंड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी है, जिसे अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. इससे पूर्व झारखंड के एकमात्र हॉकी खिलाड़ी ओलंपियन स्व. माइकल किंडो को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. पिछले 10 वर्षों में झारखंड के तीन हॉकी खिलाड़ी सिलबानुस डुंगडुंग और माइकल किंडो को मेजर ध्यानचंद अवार्ड और अब सलीमा को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया है.
कभी कच्चे मकान में रहती थी सलीमा
सिमडेगा के बड़की छापर गांव की रहने वाली सलीमा टेटे कभी अपने पूरे परिवार के साथ गांव में स्थित कच्चे मकान में रहा करती थीं. आपको बता दें कि उनके पिता सुलक्षण टेटे भी स्थानीय स्तर पर हॉकी खेलते रहे हैं. बचपन में जब सलीमा ने हॉकी खेलना शुरू किया तो उसे वक्त हॉकी स्टिक नहीं बल्कि बांस के खपच्ची से बने स्टिक से उसने अपनी शुरुआत की थी. जिसने धीरे-धीरे जिला, राज्य, देश और फिर विश्व स्तर पर अपने हुनर का लोहा मनवाया.
बेटी खेल रही थी ओलंपिक, घर में नहीं था टीवी
टोक्यो ओलंपिक के दौरान जब भारतीय महिला हॉकी टीम के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सलीमा टेटे खेल रही थीं. उस दौरान सलीमा के पैतृक घर में एक टीवी भी उपलब्ध नहीं था. जिससे घर वाले अपनी बेटी का खेल देख सके. यह खबर ईटीवी भारत पर प्रकाशित होने के बाद अविलंब सरकार के पहल के बाद उसके घर में 43 इंच का स्मार्ट टीवी और इनवर्टर लगाया गया, ताकि घर वाले आराम से अपनी बेटी का मैच देख सके.
जिला प्रशासन ने जाहिर की खुशी
इधर, सलीमा का चयन अर्जुन पुरस्कार के लिए होने से जिला प्रशासन, हॉकी संघ तथा खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल है. एक लंबे समय बाद सिमडेगा से सलीमा का चयन में अर्जुन पुरस्कार के लिए किया गया है. सिमडेगा उपायुक्त अजय कुमार सिंह कहते हैं कि सलीमा के कड़ी मेहनत, लगन और परिश्रम ने उन्हें एक मुकाम पर पहुंचाया है. इसी कारण भारत सरकार ने अर्जुन पुरस्कार के लिए उनका चयन किया है.
हॉकी सिमडेगी में खुशी की लहर
हॉकी सिमडेगा के अध्यक्ष मनोज कोनबेगी ने सलीमा का चयन अर्जुन पुरस्कार के लिए होने पर कहा कि यह उपलब्धि जिले और राज्य के खिलाड़ियों में एक नई ऊर्जा का संचार करेगी. उन्हें आत्मिक खुशी है जिस सलीमा को आज से 14 वर्ष पूर्व 2010 में उन्होंने खासी कप में पहली बार बेस्ट खिलाड़ी का पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। आज भारत सरकार ने उसे अर्जुन पुरस्कार के लिए चयन किया है.
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