मिर्जापुर : महाबोधि एक्सप्रेस की गार्ड की बोगी पर सोमवार की शाम को पथराव हो गया. इसी कड़ी में सीमांचल एक्सप्रेस पर भी पत्थर फेंके गए. घटना में सीमांचल में सवार बिहार का एक यात्री घायल हो गया. मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर यात्री को अस्पताल पहुंचाया गया. यात्री आनंद विहार से बरौनी जंक्शन जा रहा था. महाबोधि को प्रयागराज में चेक किया गया. इस दौरान कोई टूट-फूट का निशान नहीं मिला. यह ट्रेन नई दिल्ली जा रही थी. मिर्जापुर आरपीएफ ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
सीमांचल एक्सप्रेस डाउन सोमवार की शाम को प्रयागराज से निकली. इसके बाद यमुना ब्रिज पर ट्रेन के पहुंचते ही दो-तीन अज्ञात लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया. इससे इस ट्रेन के एस 3 में यात्रा कर रहे बिहार के बेगूसराय के थाना चकिया रूपनगर बरौनी का रहने वाला यात्री सुजीत घायल हो गया. वह परिवार के साथ सफर कर रहा था. आनंद विहार से बरौनी जा रहा था. घायल यात्री ने बताया कि उसके मुंह पर चोट आई है. कपड़ा भी फट गया. रेलवे कर्मचारियों को इसकी जानकारी दी गई. इसके बाद उन्होंने कंट्रोल रूम को सूचना दी. मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर शाम 6:30 ट्रेन पहुंचने पर अस्पताल पहुंचाया गया. प्रयागराज आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज कर जांच में शुरू कर दी है.
दूसरी घटना में महाबोधि एक्सप्रेस पर भी पथराव किया गया. महाबोधि एक्सप्रेस अप सोमवार की शाम 7.21 बजे जैसे ही मिर्जापुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंची तो इस दौरान गार्ड की बोगी पर पथराव हो गया. गार्ड ने इसकी जानकारी रेलवे कंट्रोल रूम को दी. रेलवे कंट्रोल रूम के निर्देश पर आरपीएफ ने मौके पर जाकर घटना का निरीक्षण किया. ट्रेन को प्रयागराज में रोककर चेक किया गया. इस दौरान कोई यात्री चोटिल नहीं मिला. कोई टूट-फूट भी नजर नहीं आई. गार्ड के अनुसार मामले को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ मिर्जापुर ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है.
एनसीआर सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया है कि दो ट्रेनों पर पथराव की सूचना मिली है. सीमांचल का एक व्यक्ति घायल हुआ है. वहीं महाबोधि में एक भी यात्री घायल नहीं हुआ है. दोनों मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है जांच की जा रही है.
खतरे में ट्रेनें, लगातार हो रहीं साजिशें : इन दिनों ट्रेनों की सुरक्षा पर बड़ा खतरा पैदा हो गया है. कानपुर के गोविंदपुरी में 16 अगस्त को बोल्डर से टकराने के कारण साबरमती एक्सप्रेस की 22 बोगियां बेपटरी हो गईं थीं. 24 अगस्त को पैसेंजर ट्रेन के आगे लकड़ी का टुकड़ा रख दिया गया था. 8 सितंबर को अनवरगंज-कासगंज रेलवे लाइन पर भी गैस सिलेंडर रखा गया था. कालिंदी एक्सप्रेस इससे टकरा गई थी. रविवार को भी कानपुर में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रख दिया गया था. मालगाड़ी के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी थी.
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