भरतपुर: आरबीएम जिला अस्पताल के बाहर गुरुवार को नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने सड़क के दोनों तरफ अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की. निगम की कार्रवाई के दौरान अतिक्रमी नाराज हो गए और निगम के दस्ते पर पथराव कर दिया. कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति बेहोश होकर गिर गया. निगम के जिम्मेदारों का कहना है कि बार-बार बोलने के बावजूद अतिक्रमी अपने अतिक्रमण नहीं हटा रहे थे, जिसकी वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई.
वहीं, लोगों का कहना है कि वो वर्षों से यहां पर दुकान संचालित कर रहे हैं. नगर निगम और यूआईटी उन्हें जगह उपलब्ध नहीं करा रही. निगम ने यह कार्रवाई सीएम भजनलाल शर्मा के दौरे से ठीक एक दिन पहले की है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शुक्रवार को आरबीएम अस्पताल में विभिन्न कार्यों का निरीक्षण करेंगे.
नगर निगम के सीएसआई संजय ने बताया कि आरबीएम अस्पताल के बाहर सड़क के दोनों तरफ लोगों ने अतिक्रमण कर खोखे और अस्थाई दुकान लगा रखी हैं. इनको निगम की ओर से कई बार आगाह किया गया कि अपने खोखे और अस्थाई दुकान हटा लें, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसकी वजह से निगम की ओर से गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. अस्पताल के बाहर सड़क किनारे से खोखे और अस्थाई दुकानों का अतिक्रमण हटाया गया.
बेहोश हुआ युवक, भड़के लोगों ने कर दिया पथराव : अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति बेहोश होकर गिर पड़ा. इससे अतिक्रमी गुस्सा गए. गुस्साए लोगों ने निगम की जेसीबी पर पथराव कर दिया. कई लोग निगम दस्ते पर पथराव करने लगे. ऐसे में जेसीबी और निगम दस्ते को पीछे हटना पड़ा.
पढ़ें : राजसमंद में चाकूबाजी के बाद तनाव, लोगों ने की तोड़फोड़ - Stabbing in Rajsamand
25 साल से लगा रहे दुकान : पप्पू नमक व्यक्ति ने बताया कि वो अस्पताल के बाहर 25 साल से दुकान संचालित कर रहा है. 15 दिन पहले ही पत्नी की मौत हुई है. घर के सभी सदस्य सदमे में हैं. अब नगर निगम ने बिना किसी आदेश और सूचना के अचानक से हमारी अस्थाई दुकानों को तोड़ दिया. हमारा बड़ा नुकसान कर दिया. झब्बल सैनी का कहना है कि यह हमारी पैतृक जमीन है. नगर निगम और यूआईटी जबरदस्ती हमारी जमीन पर कब्जा करना चाह रही है. सरकार गरीबों का पेट काट रही है. मैं यहां दुकान चलाता था और निगम ने उसे तोड़ दिया. अब परिवार कैसे पालें. झब्बल सैनी ने अपने बच्चों को जहर देने की धमकी भी दी.