अंतरराष्ट्रीय संगीत महोत्सव 'सुला फेस्ट' पांच साल बाद वापसी कर रहा है. यह संगीत महोत्सव फरवरी 2025 में आयोजित किया जाएगा. यह बात तब सामने आई जब सुला वाइनयार्ड्स ने फेस्ट के आयोजन के संबंध में 'सेबी' को सूचित किया. इस उत्सव के अवसर पर नासिक के पर्यटन क्षेत्र को मजबूती मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
2020 के बाद यह महोत्सव चार साल के मध्यांतर के बाद फरवरी 2025 में आयोजित किया जाएगा, मतलब देश का सबसे प्रसिद्ध वाइनयार्ड म्यूजिक फेस्टिवल सुलाफेस्ट तकरीबन पांच साल के मध्यांतर के बाद फिर शुरू होने जा रहा है. सुला वाइनयार्ड्स द्वारा आयोजित किया जाने वाला एक अनोखा संगीत महोत्सव है, जो वाइन, उत्साह, संगीत के साथ-साथ एनर्जी का एक कभी ना भूलने वाला एहसास कराता है.
सुलाफेस्ट नासिक के सुला वाइनयार्ड में अपने 14वें संस्करण के साथ वापसी कर रहा है. 1 और 2 फरवरी, 2025 को होने वाले इस प्रतिष्ठित संगीत समारोह में कुछ बेहतरीन संगीत बैंड प्रस्तुति देंगे. पिछले कुछ सालों में, इस उत्सव ने लकी अली, डिवाइन, अमित त्रिवेदी, पापोन जैसे कलाकारों के साथ-साथ डब इंक और गौडी जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाओं के कुछ बेहतरीन प्रदर्शनों के साथ अपनी जगह बनाई है.
इस साल, संगीत समारोह में भारत के प्रसिद्ध संगीतकारों, प्रमुख कलाकारों और उभरती प्रतिभाओं की एक क्लासिक लाइनअप होगी, जो विविध संगीत अनुभव प्रदान करेगी. संगीत के अलावा, इस समारोह में टॉप सोमेलियर के साथ इंटरैक्टिव वाइन चखने, इमर्सिव पाक अनुभव और एक कलात्मक बाजार का आनंद ले सकेंगे. यह उत्सव विविध पृष्ठभूमि और देशों से दर्शकों को आकर्षित करता है, छात्रों से लेकर कामकाजी वयस्कों और विदेशियों तक जो भारत के संगीत समारोहों को देखना चाहते हैं.
सुला उत्सव के अवसर पर, राज्य और विदेशों से पर्यटक और संगीत प्रेमी नासिक में आते हैं. इससे नासिक शहर और आसपास के क्षेत्रों में होटल व्यवसाय को बढ़ावा मिलता है. इसके अलावा, नासिक में पर्यटकों का आना-जाना होने से यहां पेट्रोल पंप व्यवसाय से लेकर अन्य व्यवसायों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से व्यापार बढ़ने का अवसर मिलता है. सुला फेस्ट की वापसी से होटल क्षेत्र से जुड़े पेशेवर भी खुश होने वाले हैं.