जोधपुर. शहर के मंडोर नागादड़ी के पास पहाड़ी पर स्थित देवी मंदिर से मां चामुंडा की प्रचीन मूर्ति चोरी होने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. वहीं, जोधपुर से करीब दो सौ किलोमीटर दूर राजसमंद जिले के चारभुजा थाना क्षेत्र के ग्राम ओढ़ा गुजरान से माता की मूर्ति बरामद कर ली गई है. दरअसल, गुप्त नवरात्रि के सप्तमी को मूर्ति चोरी हुई थी. इसके बाद अगले दिन अष्टमी को गांव के मंदिर में मूर्ति को स्थापित किया गया. मामले के प्रकाश में आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने एसीपी पीयूष कविया की अगुवाई में कार्रवाई करते हुए आखिरकार मूर्ति को बरामद कर लिया, जिसे अब जोधपुर लाया जा रहा है.
एडीसीपी नाजिम अली ने बताया कि पिछले तीन दिन से पुलिस टीम लगातार इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी. इस मूर्ति चोरी मामले में एक दर्जन लोग शामिल थे. इनमें से चार आरोपियों को दबोचा गया है, जिनकी शिनाख्त महेंद्र सिंह, शोभाग सिंह, दिनेश सिंह और भेरूसिंह के रूप में हुई है. साथ ही चोरी के दौरान इस्तेमाल किए गए दो वाहनों को भी जब्त कर लिया गया है. वहीं, मामले में शामिल अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसएचओ मंडोर के नेतृत्व में लगातार आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.
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पुलिस ने खंगाले 440 सीसीटीवी कैमरे, अब तक 4 गिरफ्तार : मूर्ति चोरी की घटना के बाद पुलिस ने इलाके में लगे 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला, जिनसे मिले सुराग के आधार पर पड़ताल की गई. वहीं, सोमवार को पुलिस ने मूर्ति बरामद कर ली. पुलिस की ओर से बताया गया कि इस मामले में फिलहाल तक चार लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इसमें महेंद्र सिंह, शोभाग सिंह, दिनेश सिंह और भेरूसिंह शामिल है. सभी आरोपी राजसमंद के गुगली गोविंदगढ़ के रहने वाले हैं. साथ ही पुलिस ने मूर्ति चोरी के दौरान इस्तेमाल में लिए गए दो वाहन को भी जब्त किया है.
गौरतलब है कि शनिवार सुबह जब मंदिर में पुजारी पूजा के लिए गए तो वहां मां चामुंडा की मूर्ति नहीं थी. मंदिर परिसर पूरी तरह से अस्त-व्यस्त था और वहां सामान बिखरे पड़े थे. वहीं, सूचना के बाद भारी संख्या में क्षेत्रवासियों एकत्रित हो गए. इसके बाद थाने में मामला दर्ज कराया गया. इसी बीच रविवार को स्थानीय लोगों ने मंडोर उद्यान का गेट बंद कर धरना दिया था. साथ ही पुलिस को 23 फरवरी तक मूर्ति की तलाश करने का अल्टीमेटम दिया गया था और कहा गया था कि अगर निर्धारित समयावधि तक मूर्ति नहीं मिली तो वो आगे आंदोलन के लिए विवश होंगे.