गिरिडीहः झारखंड गठन के बाद से गिरिडीह लोकसभा सीट पर झामुमो प्रबल दावेदार रहा है. नया राज्य बनने के बाद वर्ष 2004 में हुए चुनाव में झामुमो के टेकलाल महतो जीते थे. हालांकि 2009 के चुनाव में उन्हें भाजपा के रविंद्र पांडेय ने हराया. टेकलाल के निधन के बाद झामुमो ने भाजपा के खिलाफ दो बार जगरनाथ महतो को टिकट दिया, हालांकि दोनों बार उन्हें पराजित होना पड़ा. इस बार भी इंडि गठबंधन के सीट शेयरिंग में गिरिडीह सीट झामुमो की झोली में जाने की बात कही जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि यहां से झामुमो के टुंडी विधायक मथुरा महतो उम्मीदवार हो सकते हैं.
इन संभावना के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा ने लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. बुधवार को उत्सव उपवन रिसोर्ट में पार्टी में महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में सूबे की मंत्री सह डुमरी विधायक बेबी देवी, राज्यसभा सांसद सरफराज अहमद, टुंडी विधायक मथुरा महतो, गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार के साथ झामुमो जिलाध्यक्ष संजय सिंह मौजूद रहे. बैठक में चुनाव की तैयारी पर खुलकर चर्चा हुई. गिरिडीह लोकसभा के अलावा गांडेय विधानसभा उपचुनाव में जीत को लेकर रणनीति बनी. वक्ताओं ने अपनी बातों को रखा.
यहां गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने साफ कहा कि गिरिडीह लोकसभा सीट की स्थिति अलग है. यहां के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी का क्षेत्र में नहीं रहना यह बहुत बड़ा कारण बनेगा, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ताओं व मतदाताओं की नाराजगी का. हमें इसका फायदा उठाना है और इसी लोकसभा क्षेत्र के टुंडी के विधायक मथुरा महतो को जिताना है. सुदिव्य कुमार ने सीधे शब्दों में कहा कि मथुरा महतो जमीनी नेता हैं और क्षेत्र में रहते हैं. इसी तरह की बातें मौजूद अन्य नेताओं ने कही. सभी ने कहा मथुरा महतो ही उम्मीदवार रहेंगे.
मथुरा ने कहा तैयारी है, लेकिन जब तक घोषणा नहीं तब तक
इस महत्वपूर्ण बैठक में जब मथुरा महतो के संबोधन की बारी आयी तो उन्होंने कार्यकर्ताओं के अंदर जोश भरने का काम किया, लेकिन इस दौरान उन्होंने टिकट को लेकर भी अपने मन की बात रख डाली. विधायक मथुरा महतो ने कहा कि जिलाध्यक्ष ने उन्हें कहा कि उम्मीदवार आप हैं. हम पहली बैठक बुलाते हैं आपको आना है, मैं मौजूद भी हुआ. कहा कि राजनीति में जब तक घोषणा नहीं होगी तबतक हम उहापोह में हैं. आप देख रहे हैं कि रोज नई नई चीज सामने आ रही है. राजनीति में कल हमारे तरफ की एक विधायक चली गई ( सीता सोरेन ) तो आज तुरंत ही हमारे गठबंधन के लोग एक नया विधायक को जोड़ लिए, एक लिए तो हम भी एक ले आए.
परिस्थिति चेंज हो जाती है
मथुरा महतो ने यहां कहा कि मुझे राजनीति का लंबा अनुभव रहा हैं. राजनीति में परिस्थितियां बदलती रहती हैं. सरफराज अहमद, सोनू पिछले 20 दिनों से बोल रहे हैं तैयारी कर, तैयारी कर. हम बोले कौन चीज के तैयारी करियो, यहां तो दे कर भी ले लेता है.
पार्टी का निर्णय सर्वोपरि
हालांकि लंबे भाषण के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वे तैयार हैं. कहा कि वे मामूली कार्यकर्ता थे फिर विधायक बने, अब उन्हें सांसद का चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है. जेल से भी हेमंत सोरेन ने उन्हें खबर किया कि चुनाव के लिए तैयार रहे, मैंने कहा कि तैयार हैं. पार्टी जो निर्णय ले, हम संघर्ष की पार्टी से हैं संघर्ष तो करेंगे.
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