जमशेदपुरः नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर जमशेदपुर के पूर्व सांसद सह कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ अजय कुमार कहा कि सभी बच्चे चाहते थे कि नीट यूजी की परीक्षा दोबारा हो. यदि फिर से एग्जाम होता तो देश के लिए एक उदाहरण बनता. सरकार ने अपनों को बचाने का काम किया है, कांग्रेस इस मुद्दे को नहीं छोड़ेगी.
चर्चित नीट परीक्षा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरने का काम किया है. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने नीट यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले पर कहा कि सभी बच्चे चाहते थे कि नीट यूजी की परीक्षा दोबारा हो. यदि फिर से एगजाम होता तो देश के लिए एक नाजिर बनता, जिन लोगों ने पेपर आउट किया या सेंटर पर गड़बड़ी की उनके चेहरे पर तमाचा लगता लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नीट यूजी की परीक्षा दोबारा नहीं कराने के आदेश के बाद अजय कुमार ने मोदी सरकार से सवाल पूछा है कि सरकार को सार्वजनिक तौर पर बताना चाहिए कि नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक के लिए जिम्मेदार कौन है? उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शुरू से एनटीए को बचाना चाहती है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले को दुखद करार देते हुए डॉ अजय ने कहा कि बच्चे निराश हैं. इस फैसले से पेपर लीक करने वालों के हौसले और बुलंद होंगे. अब देशवासियों का एनटीए और नीट यूजी परीक्षा पर भरोसा उठ जाएगा. सरकार ने इस मामले में अपनों को बचाने का काम किया है.
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को नीट यूजी 2024 की दोबारा परीक्षा कराने से इनकार करते हुए कहा कि रिकॉर्ड पर मौजूद डेटा प्रश्नपत्र के व्यवस्थित लीक का संकेत नहीं देते हैं. भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि वर्तमान चरण में रिकॉर्ड पर ऐसी कोई सामग्री नहीं है जिससे यह स्पष्ट हो कि परीक्षा के परिणाम खराब हुए थे या परीक्षा के संचालन में कोई व्यवस्थित उल्लंघन हुआ था.
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