लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पहले इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर के प्रस्ताव पर मंजूरी मिल गई है. परिवहन आयुक्त मुख्यालय पर बुधवार को हुई राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक में इस बाबत फैसला लिया गया. इस ट्रेनिंग सेंटर पर ड्राइविंग संबंधित 10 तरह के कोर्स शुरू किए जाएंगे. यहां से कोर्स करके प्रमाण पत्र लेने वाले आवेदकों को आरटीओ कार्यालय में टेस्ट देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
राज्य परिवहन प्राधिकरण के सेक्रेटरी सगीर अहमद अंसारी ने बताया कि बैठक में नोएडा स्थित ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर को मंजूरी दी गई है. यह सेंटर यूपी का पहला सेंटर होगा. इसके अलावा प्रदेशभर में 50 से ज्यादा सेंटर खोलने की तैयारी कर ली गई है. बैठक में नए फार्मूलेशन रूटों पर 400 के करीब बस संचालन के लिए परमिट आवेदन आए थे. बस परमिट के सभी आवेदनों को परीक्षण करके अगली बैठक में फैसला लिया जाएगा. इसके अलावा बैठक में परमिट नवीनीकरण और न्यायालय से जुड़े मामलों पर चर्चा करके निर्णय लिया गया.
बता दें, राज्य परिवहन प्राधिकरण की हर बैठक में परमिट के अलावा अन्य जो भी प्रस्ताव आते हैं, उन पर निर्णय लिया जाता है. इस बार भी 400 रूटों के परमिट पर फैसला लिया जाना था. इस पर मंथन तो किया गया, लेकिन फैसला नहीं हो सका. किसी भी प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगाई गई. अब अगली बैठक के लिए टाल दिया गया. हालांकि ड्राइविंग सेंटर पर मुहर जरूर लग गई है. एसटीए सचिव सगीर अहमद अंसारी के मुताबिक अगली बार की बैठक काफी अहम होगी. उसमें परमिट पर भी फैसला लिया जाएगा.
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