श्रीनगर : गढ़वाल क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में 19 जुलाई को बड़ी धूमधाम से कार्डियक कैथ लैब का उदघाटन किया गया था, लेकिन आज एक माह बीत जाने के बाद भी लैब को विधिवत रूप से शुरू नहीं किया जा सका है. इसके साथ ही यहां अभी तक परमानेंट कार्डियोलॉजिस्ट की भी नियुक्ति नहीं की गई है. जिसके कारण लैब का संचालन नही किया जा सका है.
श्रीनगर कार्डियक कैथ लैब की स्थापना 6 करोड़ से अधिक धनराशि से की गई है. यहां उन्नत किस्म की मशीनें लगाई गई हैं. इसके अलावा श्रीनगर खुद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत की विधानसभा है. इसके बाद भी यहां भी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी सुविधाओं के लिए लोगों को महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है.
बता दें श्रीनगर मेडिकल कॉलेज जिला रुद्रप्रयाग ,चमोली ,टिहरी ,पौडी जनपद का हायर सेंटर है. जब भी इन जनपदों में किसी मरीज की हालत बिगड़ती है तो उसे मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ही रेफर किया जाता है. इसके साथ साथ केदारनाथ, बदरीनाथ यात्रा में भी ये अस्पताल मुख्य अतौर पर कार्य करता है. इसके बाद भी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में विशेषज्ञ डॉक्टरों का टोटा है. यहां कार्डियोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट ,रेडियोलॉजिस्ट जैसे महत्वपूर्ण विभागों में डॉक्टरों की तैनाती नहीं हो सकी है. जिससे लोगो को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय निवासी जगदीश भट्ट बताते हैं मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में कार्डियक कैथ लैब की स्थापना के बाद भी कार्डियोलॉजिस्ट,लैब के तकीनीकी कर्मियों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. पूरे मामले में मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के प्रिंसिपल डॉक्टर सीएमएस रावत ने कहा 30 अगस्त को मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की नियुक्ति के सम्बंध में इंटरव्यू होने हैं. कोशिश की जा रही है कि अस्पताल को कार्डियोलॉजिस्ट मिल जाये. उन्होंने लैब बन चुकी है. इसके लिए तकनीकी कर्मियों की नियुक्ति के लिए भी विज्ञप्ति जारी की जा रही है. आउटसोर्स के जरिये भी तकनीकी कर्मियो की नियुक्ति की जाएगी.