बोकारो: जयराम महतो के चुनावी मैदान में रहने या नहीं रहने के संबंध में तमाम अटकलों पर विराम लग गया है. बोकारो प्रशासन ने चौथे सेट का नामांकन स्वीकार कर लिया है. जयराम महतो के वकील सोमनाथ शेखर ने बताया की 01 मई को जयराम महतो ने तीन सेटों में नामांकन किया था. उन्हें सात मई मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया में कुछ त्रुटि को लेकर दोबारा बुलाया गया था.
06 मई को जयराम का प्रस्तावक कुलदीप राम ने चौथे सेट का नामांकन किया है. इसे निर्वाची पदाधिकारी ने स्वीकार कर लिया है, जबकि पूर्व के तीन सेट का नामांकन प्रपत्र रद्द हो गया है. उन्होंने बताया कि कोर्ट की तरफ से जयराम महतो को विधानसभा घेराव के मामले में राहत मिल गई है. कोर्ट ने उनके विरुद्ध पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी है. उनके खिलाफ वारंट इश्यू था.
नामांकन पत्र में त्रुटि को लेकर किया गया था नोटिस जारी
बताते चलें कि नामांकन पत्र में त्रुटि को लेकर एक नोटिस भी जारी किया गया था. जिसमें 07 मई को निर्वाची पदाधिकारी के पास उन्हें को बुलाया गया था. मंगलवार को जयराम के सभी प्रस्तावक निर्वाची पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे थे. उनके अधिवक्ता ने बताया कि जयराम महतो न्यायालय की शरण में हैं. उनके कुछ समर्थकों ने भी नामांकन किया है, जिसे वापस ले लिया जाएगा.
बोकारो के सिटी थाना में भी दर्ज है मामला
01 मई को जब जयराम महतो बोकारो समाहरणालय अपना नामांकन करने पहुंचे तो रांची पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की थी, लेकिन वो जनसभा को संबोधित करने के बाद वहां से भाग निकलने में कामयाब रहे थे. जिसके बाद फिर से नगड़ी पुलिस के पदाधिकारी की शिकायत कर बोकारो के सिटी थाना में जयराम महतो समेत 11 को नामजद करते हुए और हजारों अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सिटी थाना पुलिस ने इस मामले में रिजवान, संजय महतो और फरजान खान को गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन सोमवार को बोकारो कोर्ट ने तीनों को जमानत दे दिया है. मंगलवार को तीनों बेल बॉन्ड भरकर जेल से छूटेंगे.
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