रायपुर: इस साल जून माह ज्योतिषी दृष्टिकोण से काफी खास साबित हो रहा है. इस महीने ज्येष्ठ मास का संयोग बना है. ये बुधादित्य सूर्य और बुध की युति से बनता है. इसी तरह शुभ गज लक्ष्मी योग शुक्र और गुरु की युति से तैयार हुआ है. नारायण योग बुध और शुक्र के मिलन से बन रहा है. इसी तरह शश योग शनि ग्रह के स्वग्रही होने पर बन रहा है. शुभ मालव्य योग भी शुक्र ग्रह के स्वग्रही होने से बन रहा है. इन पांच लोगों में मालव्य योग 11 जून तक था. गज लक्ष्मी योग 12 जून तक था. लेकिन पूरे जून महीने तक बुधादित्य योग, नारायण योग और शश योग है. इन सभी योग के बारे में ईटीवी भारत ने ज्योतिषाचार्य पंडित विनीत शर्मा से बातचीत की.
बुधादित्य योग: पंडित विनीत शर्मा ने कहा कि "जून माह में हर योग खास बन रहे हैं. सबसे पहले बुधादित्य योग के बारे में बताता हूं. यह योग सूर्य और बुध की युति से बना है. मिथुन राशि में यह योग निर्मित हुआ है. इसलिए मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों को बुधादित्य योग का विशेष लाभ मिलेगा. इन राशि के जातकों के सभी कार्य सफल होंगे. लाभ मिलेगा और आय की स्थिति बनेगी."
गज लक्ष्मी योग: यह योग भी अपने आप में बहुत शुभ माना जाता है. जून महीने में शुक्र और गुरु की युति से इसका निर्माण हुआ था. वृषभ राशि में गुरु और शुक्र की युति बनी थी, इसलिए वृषभ, कन्या और मकर राशि के जातकों को गज लक्ष्मी योग का विशेष लाभ मिला.
नारायण योग: यह योग लक्ष्मी नारायण योग के नाम से भी जाना जाता है. माता लक्ष्मी की कृपा से यह संयोग बनता है. बुध और शुक्र की युति होने से नारायण योग बनता है. बुध और शुक्र वृषभ और मिथुन राशि में एक साथ रहे हैं. इस वजह से वृषभ, मिथुन, तुला, कुंभ, मकर और कन्या राशि के जातकों को इसका विशेष लाभ मिलेगा. इन राशि के जातकों को धन प्राप्ति के योग बनेंगे. आय के नए स्रोत बनेंगे.
शश योग: शनि ग्रह के कुंभ राशि में होने की वजह से बना है. कुंभ राशि शनि की मूल त्रिकोण राशि मानी जाती है. यहां शनि सबसे बलवान होते हैं. फलस्वरुप मिथुन, तुला और कुंभ राशि के जातकों को जून महीने में विशेष लाभ मिल रहा है.
मालव्य योग: शुक्र ग्रह स्वग्रही होकर इस योग का निर्माण करते हैं. वृषभ राशि में शुक्र ग्रह स्वग्रही माना जाता है. मेष, मिथुन, कन्या, मकर, वृषभ इन सभी राशि वाले जातकों के लिए शुक्र ग्रह जून महीने में सफलता लेकर आया. सभी कार्य सिद्ध हुए. संबंधों में लाभ मिलने की संभावना भी बनी थी. आकस्मिक धन लाभ के योग बनें.
इस तरह से जून का महीना ज्योतिषी योग के लिहाज से बहुत ही महत्वपूर्ण है. पांच महत्वपूर्ण योग और साथ में ज्येष्ठ मास की युति होने की वजह से यह अभीष्ट मास बन गया है.