वाराणसी : वन और जंगलों के खत्म होने की वजह से बंदरों का आतंक अब शहरी क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है. वाराणसी में दो दिन पहले ही बंदरों के हमले में एक 7 साल का बच्चा बुरी तरह से जख्मी हो गया था. इसके अलावा बनारस में कई ऐसी घटनाएं भी हुई हैं, जिसमें बंदर के आतंक की वजह से लोगों की जान चली गई है. यही वजह है कि अब बनारस के बंदरों को पकड़ने के लिए मथुरा की स्पेशल टीम ने काम शुरू कर दिया है. एक महीने के अभियान के बाद लगभग 100 बंदरों को पकड़कर जंगलों में छोड़ा गया है.
दरअसल, वाराणसी में कई ऐसे इलाके हैं जहां बंदरों का आतंक जबरदस्त है. इनमें कबीर नगर, रामनगर, शिवपुर, सिगरा, चेतगंज और विश्वनाथ मंदिर के आसपास का क्षेत्र शामिल हैं. इन इलाकों में बंदरों का इतना जबरदस्त आतंक है कि लोगों का खुले स्थान पर रहना भी सुरक्षित नहीं है. नगर निगम की तरफ से लगाई गई मंकी कैचर टीम ने बंदरों को पकड़ने का यह अभियान शुरू कर दिया है. अब तक अलग-अलग इलाकों से करीब 100 बंदरों को पकड़कर टीम ने उन्हें नौगढ़ के जंगलों में छोड़ा है. जल्द ही शहर के अन्य जगहों से और बंदर पकड़े जाएंगे. नगर निगम ने इसके लिए बाकायदा टोल फ्री नम्बर भी जारी किया है. इस टोल फ्री नम्बरों पर बंदरों के उत्पात की शिकायत कोई भी कर सकता है. शिकायत के बाद उन जगहों पर भी मंकी कैचर की टीम उत्पाती बंदरों की धर पकड़ करेगी.
पशु चिकित्सा विभाग में चालक अनिल कुमार ने बताया कि 1076 टोल फ्री नम्बर पर लोग इसकी शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा 6394708356 इस मोबाइल नम्बर पर भी लोग कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.