दुमका: लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में दुमका लोकसभा सीट पर 1 जून को मतदान होना है, जिसे देखते हुए इस बार सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया गया है. इसकी वजह यह है कि इस बार मौसम काफी गर्म है और ऐसे में मतदान कर्मियों से लेकर मतदाताओं को गर्मी से बचाव की आवश्यकता है. वहीं, पिछले चुनाव के दौरान यहां नक्सली घटना हुई थी. इसे देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जा रहे हैं. हर मतदान केंद्र पर पुलिस बल तैनात रहेगा.
मतदान केंद्रों पर वोटरों के लिए खास तैयारी
सातवें और अंतिम चरण में इस बार संथाल परगना के तीनों लोकसभा क्षेत्र दुमका, राजमहल और गोड्डा में 01 जून को मतदान होना है. दुमका उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे ने बताया कि भीषण गर्मी को देखते हुए आयोग के दिशा-निर्देश पर प्रशासन ने चुनाव संपन्न कराने के लिए विशेष तैयारी कर रखी है. मतदान कार्य में प्रतिनियुक्त किये जाने वाले कर्मियों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए कलस्टर स्तर पर मेडिकल टीम को टैग किया गया है. वहां डाक्टर या नर्स भी मौजूद रहेंगे. सामान्य दवाइयां भी उपलब्ध करायी जाएगी. ओआरएस सहित अन्य चीजों की भी व्यवस्था रहेगी, ताकि गर्मी की वजह से लोगों को डिहाइड्रेशन से बचाया जा सकेगा. वहीं, मतदानकर्मियों को डिस्पैच के दौरान सूखा आहार जैसे चूड़ा, गुड़, सत्तू उपलब्ध कराया जाएगा.
दुमका एयरपोर्ट पर उपलब्ध रहेगी एयर एंबुलेंस
आकस्मिक परिस्थिति के लिए पहली बार दुमका एयरपोर्ट पर एयर एंबुलेंस भी उपलब्ध रहेगी. ऐसी स्थिति में जरूरत पड़ने पर दुमका से ही गोड्डा या राजमहल संसदीय क्षेत्र में एयर एंबुलेंस चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश के अनुरूप अपनी सेवाएं देगी और अस्पताल तक मरीज को पहुंचाया जाएगा. बता दें कि दुमका-गोड्डा जैसे जिले उग्रवाद प्रभावित रहे हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में नक्सलियों ने पोलिंग पार्टी के सात लोगों की हत्या कर दी थी. हालांकि पिछले कुछ साल से नक्सल गतिविधियों पर विराम लगा हुआ है, फिर भी पुलिस हर दृष्टिकोण से संवेदनशील व सजग होकर काम कर रही है. सभी पोलिंग बूथ के लिए एक्शन प्लान बनाया गया है. इस बार पोलिंग पार्टी आरओपी के बिना किसी भी बूथ पर न तो जाएंगे और न ही आएंगे. यह पूरी जानकारी जिले के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने दी है.
कुल मतदान केंद्र पर 68 बूथ अतिसंवेदनशील श्रेणी और 712 क्रिटिकल
दुमका संसदीय क्षेत्र में इस बार कुल 1891 मतदान केंद्र बनाये गये हैं, जिनमें से 68 बूथ वल्नरेबल (अतिसंवेदनशील श्रेणी) और 712 क्रिटिकल चिन्हित किए गये हैं. जिले में चुनाव कार्य संपन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की तैनाती रहेगी. हर मतदान केंद्र के लिए अलग-अलग प्लान बनाया गया है. एसपी ने बताया कि पुलिस संवेदनशील इलाकों तक पहुंचने वाले सभी पुलों और सड़कों की बारीकी से जांच की जा रही है. क्षेत्रीय मतदाताओं के बीच जागरूक करने का काम किया जा रहा है, ताकि वे बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लें. चुनाव में विषम परिस्थिति के लिए 41 क्युआरटी गठित की गयी है. वहीं, केंद्रीय बलों की 41 कंपनियां नक्सल प्रभावित और अति संवेदनशील इलाकों में तैनात की जाएंगी.